नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति रहे जनरल परवेज मुशर्रफ का निधन हो गया है। रविवार को उनके निधन की जानकारी सामने आई जिसमें बताया गया कि उनका इलाज संयुक्त अरब अमीरात के अमेरिकी अस्पताल में चल रहा था। उन्होंने 79 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। पाकिस्तानी मीडिया की तरफ से उनके निधन की खबर सामने आई। बताया जा रहा है कि वो लंबे समय से बीमार थे। इसी वजह से उनकी मौत हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक, परवेज मुशर्रफ अमीनो एमीलॉयडोसिस (Amyloidosis) नाम की एक दुर्लभ बीमारी से ग्रसित थे। बीते साल 2022 में 10 जून को उन्हें UAE के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। इस गंभीर बीमारी की वजह से उनके शरीर के अंगों ने धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया था। गंभीर हालत में पहुंचने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। इस दुर्लभ बीमारी की वजह से परवेज मुशर्रफ की हालत इतनी बिगड़ गई थी कि वो खड़े भी नहीं रह सकते थे। तो चलिए आपको बताते हैं कौन सी है ये दुर्लभ बीमारी एमीलॉयडोसिस (Amyloidosis), क्या है इसके लक्षण और किस लोगों को इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है…
سابق صدر جنرل (ر) پرویز مشرف انتقال کرگئے
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एमिलॉयडोसिस बीमारी क्या है
हेल्थलाइन की मानें तो, जब कोई व्यक्ति एमीलॉयडोसिस बीमारी में ग्रसित होता है तो इंसान का शरीर, एमलॉइड (Amyloid) नाम का एक प्रोटीन बनाने लगता है जो कि सामान्य प्रोटीन जैसा नहीं होता। ये एमलॉइड धीरे-धीरे शरीर में मौजूद सभी अंगों में जमा होने लगता है। इससे शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचना शुरू हो जाता है। कई बार तो ये शरीर के अंगों को फेल कर देता है। शरीर के अंगों का फेल होना व्यक्ति के घातक होता है।
क्या है इसके लक्षण
एमाइलॉयडोसिस के लक्षणों की बात करें तो शुरू-शुरू में से शरीर में इसके कोई संकेत पता नहीं चलते। हालांकि अगर किसी व्यक्ति का हार्ट एमीलॉयडोसिस से संक्रमित हो जाता है तो उसमें सांस लेने में दिक्कत, लो ब्लड प्रेशर, सीने में दर्द, धीमे हार्ट रेट जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।
अगर किसी व्यक्ति की किडनी इस बीमारी एमीलॉयडोसिस (Amyloidosis) से प्रभावित हो तो उसके यूरिन में झाग देखने को मिलने लगता है। पैरों में सूजन आने की समस्या भी रहने लगती है। लीवर जब इससे प्रभावित होता है तो इससे पेट के ऊपरी हिस्से में सूजन और दर्द का भी देखने को मिलने लगता है। जिन लोगों का जठरांत्र मार्ग (Gastrointestinal tract) प्रभावित होता है तो उन लोगों को जी मिचलाना, भूख ना लगना, दस्त, कब्ज, वजन घटना जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।
नर्व्स एमीलॉयडोसिस संक्रमित हो जाने पर व्यक्ति के शरीर में हाथ-पैरों में सूजन, झुनझुनी होना, जी मचलना, खड़े होने पर चक्कर आना, दस्त, ठंड या गर्मी का अनुभव होना जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।
किस उम्र के लोग होते हैं इससे ज्यादा संक्रमित
एमीलॉयडोसिस से संक्रमित होने वाले लोग में कुछ सामान्य लक्षण भी नजर आते हैं जैसे कि जीभ में सूजन होना, कमजोरी, थकान, हाथ-अंगूठे में सुन्नता और झुनझुनी होना, जोड़ों में दर्द होना। जिन लोगों को 2 से ज्यादा दिन तक ये लक्षण अपने शरीर में दिखे तो उन्हें अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इस बीमारी के ज्यादातर संक्रमित 50 से अधिक की उम्र वाले होते हैं। वैसे तो पुरुषों और महिलाओं दोनों में ही समान रूप से होता है लेकिन 60% पुरुषों में ये ज्यादा देखने को मिलता है।