newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Russia Ukraine War: तीसरे विश्व युद्ध की आशंकाओं के बीच वायरल हुई पीएम मोदी की तस्वीर, लोग बोले- सिर्फ मोदी ही रुकवा सकते हैं जंग

Russia Ukraine War: दो दशक पहले की यह तस्वीर रूस-यूक्रेन जंग को रुकवानें में अहम मानी जा रही है। 21 साल पहले जब व्लादिमीर पुतिन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से मिल रहे थे, उस समय पुतिन को अंदाजा भी नहीं होगा कि जो उनके पीछे खड़ा है वो आने वाले वक्त में दुनिया के प्रभावशाली नेताओं में से एक होगा।

नई दिल्ली। युद्ध चाहे दुनिया के किसी भी हिस्से में हो, इंसानियत को गहरी और स्थाई चोट पहुंचाती है। युद्ध की वजह से मानवता पर लगने वाले जख्म कई पीढ़ियों तक हरे रहते हैं। यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई ने करोड़ों लोगों को दहशत से भर दिया है। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध में सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, वहीं लाखों लोग घरों से बेघर हो चुके हैं। ऐसे हालातों में हर कोई इस जंग पर विराम लगाने की मांग कर रहा है। अमेरिका के बाद अब दुनिया के बाकी देश भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर टकटकी लागए देख रहे हैं। जंग के हालतों के बीच अब पीएम मोदी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।

ये तस्वीर नवंबर, 2001 की हैं, जिसमें भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं। तस्वीरे में पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाथ बांधे खड़े हैं।उस वक्त वो गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे। दो दशक पहले की यह तस्वीर रूस-यूक्रेन जंग को रुकवानें में अहम मानी जा रही है। 21 साल पहले जब व्लादिमीर पुतिन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से मिल रहे थे, उस समय पुतिन को अंदाजा भी नहीं होगा कि जो उनके पीछे खड़ा है वो आने वाले वक्त में दुनिया के प्रभावशाली नेताओं में से एक होगा।


बता दें कि, जब साल 2019 में जब 20वें भारत-रूस सम्मेलन के लिए पीएम मोदी मॉस्को गए तो उन्होंने चार तस्वीरें ट्वीट की थीं। जिनमें से दो तस्वीरें 2001 की और दो तस्वीर साल 2019 की। दुनिया के सभी देश उस वक्त हैरत में थे जब पीएम मोदी ने पुतिन से बात कर भारतीयों को सुरक्षित निकलने देने की मांग की थी। यहां तक की पुतिन की सेना ने कुछ समय के लिए युद्ध को रोक दिया था। भारत ने यूक्रेन संकट के बीच अपने लोगों को स्वदेश लाने के लिए सबसे बड़ा अभियान चलाया और वहां फंसे हजारों छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। ऐसे में ये वायरल तस्वीर दुनिया के बाकी देशों के लिए उम्मीद बनी है।