टोक्यो। भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के रणनीतिक गठबंधन क्वॉड की शिखर बैठक के लिए पीएम नरेंद्र मोदी जापान में हैं। जापान की राजधानी टोक्यो पहुंचने पर मोदी का जोरदार स्वागत हुआ है। पीएम मोदी ने इस मौके पर खुद बताया है कि जापान की यात्रा क्यों खास है और भारत से इस देश के रिश्ते आखिर जीवंत क्यों हैं। मोदी ने खुद जापान के मीडिया में वहां की भाषा में इस बारे में एक ऑप-एड यानी लेख लिखा है। मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी खुद दी। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि जापान और भारत की शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए ये साझेदारी है। मैं, हमारी विशेष दोस्ती की यात्रा को आगे बढ़ा रहा हूं। भारत और जापान की दोस्ती ने 70 गौरवशाली साल पूरे किए हैं।
Penned an op-ed on the vibrant relations between India and Japan. Ours is a partnership for peace, stability and prosperity. I trace the journey of our special friendship which completes 70 glorious years. @Yomiuri_Online https://t.co/nXx8y3qiQL
— Narendra Modi (@narendramodi) May 23, 2022
मोदी ने आगे लिखा कि कोरोना महामारी के बाद दुनिया के मौजूदा हालात में भारत और जापान का सहयोग काफी खास है। दोनों ही देश लोकतंत्र के मूल्यों के प्रति दृढ़ हैं। उन्होंने लिखा कि हम एक स्थिर और सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के प्रमुख स्तंभ हैं। मोदी ने लिखा कि उन्हें उतनी ही खुशी है कि सभी अलग-अलग बहुपक्षीय मंच पर मिलकर काम कर रहे हैं। मोदी ने ये भी लिखा है कि गुजरात का सीएम रहते वक्त जापान के लोगों के साथ उनकी नियमित रूप से बातचीत होती थी। उन्होंने लिखा है कि जापान की विकास की तरक्की हमेशा तारीफ के काबिल रही है। जापान ने बुनियादी ढांचे, तकनीकी, इनोवेशन और स्टार्टअप समेत कई क्षेत्रों में भारत से भागीदारी भी की है।
मोदी ने लिखा कि भारत और जापान के बीच आर्थिक सहयोग हमारी विशेष सामरिक और वैश्विक साझेदारी का एक महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने याद किया कि मार्च में हुए क्वॉडके शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री किशिदा और मैं जापान से भारत में अगले 5 साल में सार्वजनिक और निजी निवेश के अलावा वित्तपोषण में 5 लाख करोड़ रुपए प्राप्त करने के इरादे का एलान किया था। इस बार की यात्रा में मैं इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए जापान के व्यापार जगत के नेताओं से मिलूंगा। इसके अलावा उन्होंने बताया है कि वो अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ऑस्ट्रेलिया के नए पीएम एंथनी अल्बनीज से भी मिलेंगे।