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Modi In Egypt: मिस्र में आज अल-हकीम मस्जिद और हेलियोपोलिस स्मारक जाएंगे पीएम मोदी, राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से भी मिलेंगे

मोदी ने रविवार को मिस्र के पीएम और अन्य मंत्रियों के साथ गोलमेज बैठक की थी। आज वो मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से मिलेंगे। मोदी ने खुद बताया था कि वो राष्ट्रपति अल-सीसी से मिलने के लिए उत्सुक हैं। भारत और मिस्र के बीच रिश्ते प्राचीन हैं। दोनों ही दुनिया की प्राचीनतम सभ्यताएं हैं।

काहिरा। पीएम नरेंद्र मोदी मिस्र के दौरे पर हैं। वो रविवार को काहिरा पहुंचे थे। मोदी के मिस्र दौरे का आज दूसरा और अंतिम दिन है। अपने दौरे के अंतिम चरण में मोदी आज भारतीय मूल के दाऊदी बोहरा समुदाय की अल-हकीम मस्जिद जाएंगे। ये मस्जिद एक भूकंप में काफी क्षतिग्रस्त हो गई थी, लेकिन दाऊदी बोहरा समुदाय ने इसे फिर जस का तस तैयार किया। अल-हकीम मस्जिद 11वीं सदी में बनी थी और अपनी शानदार कलाकारी के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। मोदी इस मस्जिद के अलावा हेलियोपोलिस स्मारक भी जाएंगे। ये एक कब्रिस्तान है। यहां पहले विश्वयुद्ध में जान गंवाने वाले 3799 भारतीय सैनिकों का स्मारक है। मोदी यहां श्रद्धांजलि देंगे।

heliopolis war cemetry
हेलियोपोलिस कब्रिस्तान स्मारक। यहां पहले विश्व युद्ध के दौरान शहीद भारतीय सैनिकों के कब्र हैं।

मोदी ने रविवार को मिस्र के पीएम और अन्य मंत्रियों के साथ गोलमेज बैठक की थी। आज वो मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से मिलेंगे। मोदी ने खुद बताया था कि वो राष्ट्रपति अल-सीसी से मिलने के लिए उत्सुक हैं। भारत और मिस्र के बीच रिश्ते प्राचीन हैं। दोनों ही दुनिया की प्राचीनतम सभ्यताएं हैं। मिस्र में किसी भारतीय पीएम का 19 साल बाद दौरा हो रहा है। मोदी पहली बार बतौर पीएम मिस्र गए हैं। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी 3 बार भारत आ चुके हैं। वो इस साल गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि भी थे।

al hakim mosque
दाऊदी बोहरा समुदाय की अल-हकीम मस्जिद।

गणतंत्र दिवस समारोह में भारत आए अल-सीसी ने मोदी को राजकीय यात्रा का न्योता दिया था। जिसे मोदी ने स्वीकार कर लिया था। वहीं, मिस्र के राष्ट्रपति ने अपने देश लौटने के बाद अपने देश के पीएम और वरिष्ठ मंत्रियों को लेकर एक कमेटी बनाई। इस कमेटी का काम भारत सरकार के साथ करीबी बनाए रखने का है। मोदी ने रविवार को इसी कमेटी के साथ गोलमेज बैठक में हिस्सा लिया था। मिस्र और भारत इतने करीबी दोस्त हैं कि वहां के राष्ट्रपति रहे गमाल अब्दुल नासिर और पीएम जवाहरलाल नेहरू गुटनिरपेक्ष सम्मेलन के बड़े नेताओं में शुमार किए जाते थे।