
नई दिल्ली। बीते दिनों पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान में राजनीति गरमा गई है। आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो चुका है। पीटीआई इस हमले को साजिश बता रहे हैं। पीटीआई का आरोप है कि सरकार मामले की जांच कराने में लापरवाही बरत रही है। हमलावर के खिलाफ नरम रूख अपनाया जा रहा है। पाकिस्तान में कानून तो मानो है ही नहीं। बता दें कि पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने कहा कि इमरान पर हुए हमले के बाद जिस तरह का रुख वर्तमान सरकार द्वारा अपनाया जा रहा है, उससे यह साफ जाहिर होता है कि मानो जैसे देश में कोई कानून ही नहीं है। इमरान पर हुए हमले का अब तक संज्ञान भी नहीं लिया गया है। हमलावर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि पाकिस्तान में कोई कानून नहीं है। उधर, इमरान पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान में शुरू हुई सियासी लड़ाई में पीएम मोदी का भी नाम लिया जा रहा है। आइए, आगे आपको इसके बारे में बताते हैं।
दरअसल, पीटीआई नेता व पाकिस्तान के पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि मौजूदा स्थिति को देखकर ऐसा लगता है कि पाकिस्तान में कानून का राज है ही नहीं। जिसे देखते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिल्कुल उचित बयान देते हैं कि पाकिस्तान में अगर बात करें तो किससे करें, यही समझ नहीं आता है। फवाद चौधरी ने कहा कि यकीनन पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति भी ऐसी ही बन चुकी है। बता दें कि इमरान पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो चुका है। कुछ लोग तो यह भी कह रहे हैं कि संभवत: साजिशन इमरान ने खुद जानबूझकर यह हमला पॉलिटिकल माइलेज पाने के लिए करवाया है। अब ऐसी स्थिति में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। लेकिन, उससे पहले आप यह जान लीजिए कि बीते दिनों इमरान खान पर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में लॉन्ग मार्च के दौरान फायरिंग की गई थी। हालांकि, हमले के तुरंत बाद हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया था।
हमलावर ने अपना गुनाह कबूल करते हुए कहा था कि वो महज इमरान को ही मारना चाहता था और किसी को भी नहीं। बता दें कि इस महले में इमरान सहित कई अन्य लोग घायल हो गए थे और एक अन्य की मौत हो गई थी। वहीं, खुद पर हुए हमले के बाद इमरान ने कहा था कि अल्लाह के कर्म से मैं बिल्कुल दुरूस्त हूं। उन्होंने देश के नाम अपने पहले संबोधन में अपने ऊपर हुए हमले को लेकर शहबाज शरीफ सहित अन्य मंत्रियों पर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि साजिश के तहत उन पर हमला करवाया गया है। हालांकि, जिस तरह से इमरान ने शहबाज शरीफ को सवालों के कटघरे में खड़ा किया था, उसके बाद पाकिस्तानी सरकार ने पाकिस्तानी मीडिया को साफ निर्देश दिया था कि इमरान से जुड़े किसी भी भाषण व संबोधन को मीडिया में ना दिखाया जाए।
उधर, कई अन्य देशों ने भी इमरान पर हुए हमले की निंदा की थी, जिसमें कनाडा सहित कई अन्य मुस्लिम देश भी शामिल हैं। बता दें कि इमरान खान पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान में दोबारा चुनाव कराने की मांग को लेकर शहबाज शरीफ के खिलाफ मार्च निकाल रहे हैं। बीते दिनों निर्वाचन आयोग ने संसद से उनकी सदस्यता भी रद्द कर दी थी। जिसके बाद उन्होंने आयोग पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया था। अब ऐसी स्थिति में यह पूरा माजरा आगामी दिनों क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूजरूम पोस्ट.कॉम