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PM Modi: विश्व शांति के लिए फिर PM मोदी की मांग, मेक्सिको के राष्ट्रपति हुए मुरीद, UN में रखेंगे प्रस्ताव

PM Modi: पोप फ्रांसिस, यूएन के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रखा जाए और ये तीन नेता अन्य लोगों के साथ चर्चा करके एक प्रस्ताव बनाए और अगले पांच साल तक बिना युद्ध और बिना ट्रेड वार है इसकी वैश्विक व्यवस्था कैसे चलाई जाए। इस पर सुझाव देना चाहिए। साथ ही दुनिया की अन्य सरकारें इन समिति के साथ मिलकर काम करे।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अब दुनिया भर के देशों को शांति का पाठ पढ़ाएंगे। दरअसल, मेक्सिको के राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुअल लोपेज ओब्राडोर (Andrés Manuel López Obrador) ने विश्व शांति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तीन बड़ी हस्तियों की अगुवाई में एक समिति बनाने की मांग की है। इसके लिए मेक्सिको के राष्ट्रपति इस सिलसिले में एक प्रस्ताव सयुक्त राष्ट्र यानि यूएन को भेजने वाले है। जिसमें विश्व शांति के लिए यूएन के महासचिव, पोप फ्रांसिस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में समिति बनाने की मांग करने की बात रखेंगे। दरअसल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चीन और रूस के तरफ से चल रहे तनाव को लेकर राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुअल लोपेज से प्रश्न किया गया। जिसपर उन्होंने कहा कि, मैं वैश्विक शांति के लिए आयोग बनाया जाए।

Andrés Manuel López Obrador

जिसमें पोप फ्रांसिस, यूएन के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रखा जाए और ये तीन नेता अन्य लोगों के साथ चर्चा करके एक प्रस्ताव बनाए और अगले पांच साल तक बिना युद्ध और बिना ट्रेड वार है इसकी वैश्विक व्यवस्था कैसे चलाई जाए। इस पर सुझाव देना चाहिए। साथ ही दुनिया की अन्य सरकारें इन समिति के साथ मिलकर काम करे।

बता दें कि मेक्सिको इस समय सयुक्त राष्ट्र संघ का ना सिर्फ सदस्य है बल्कि सुरक्षा परिषद का भी सदस्य है। ऐसे में मेक्सिको ने बाकयदा लिखित प्रस्ताव यूएन को भेजने की तैयारी कर रहा है। हालांकि भारत की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने आई है और ना ही मेक्सिको की तरफ से कोई लिखित चिट्ठी मिली है।

ये सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है क्योंकि भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र देश है। सबसे अधिक आबादी वाला मुल्क है। भारत ने तो कभी दूसरे देशों पर आक्रामण किया है और ना किसी दूसरे देश की जमीन पर कब्जा किया। भारत ने हमेशा का पाठ दिया है।