नई दिल्ली। अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) में आत्मघाती हमले की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि इस आत्मघाती हमले में तालिबानी नेता शेख रहीमुल्ला हक्कानी (Sheikh Rahimullah Haqqani) की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमला उस वक्त हुआ है जब तालिबान का टॉप कमांडर रहीमुल्ला हक्कानी मदरसे में हदीस पढ़ रहा था। तालिबान सरकार के उप प्रवक्ता बिलाल करीमी ने हक्कानी के मौत की खबर की पुष्टि कर दी है। ऐसा बताया जा रहा है कि शेख रहीमुल्ला हक्कानी को मारना का षड्यंत्र पहले से ही रचा गया था। जिससे तहत ये आत्मघाती हमला हुआ है और उसमें तालिबान का टॉप कमांडर मारा गया है। हालांकि इस बात की सत्यता सामने नहीं आई है कि उसकी मौत किसी साजिश के तहत हुई हो।
बता दें कि इससे पहले रहीमुल्ला हक्कानी पर अक्टूबर 2020 में हमला हुआ था। जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हुआ था। इसके अलावा 2013 में उसके काफिले पर पेशावर पर बंदूकधारियों ने हमला किया था। मगर वो इस हमले सुरक्षित भागने में कामयाब हुआ था। बता दें कि ये तीसरी मर्तबा है जब उस पर हमला हुआ और हक्कानी की मौत हो गई। रहीमुल्लाह हक्कानी पाकिस्तान बॉर्डर के पास नंगरहार प्रांत के पचिर अव अगम जिले का निवासी था।
Religious cleric Sheikh Rahimullah Haqqani was killed, said Bilal Karimi, dep. spokesperson for the Islamic Emirate, on Twitter. Reportedly Haqqani died today in a blast at his seminary in Kabul: Afghanistan’s TOLO news pic.twitter.com/MFk8erFBaU
— ANI (@ANI) August 11, 2022
शेख रहीमुल्ला हक्कानी की हत्या हक्कानी नेटवर्क के लिए जोरदार झटका माना जा रहा है। रहीमुल्ला हक्कानी नेटवर्क का बड़ा चेहरा था। वह अफगानिस्तान समेत पूरे अरब देशों में हक्कानी नेटवर्क की नुमाइंदगी करता था।