
कैलिफोर्निया। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने आज कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान राहुल गांधी ने अपनी लोकसभा सदस्यता रद्द होने का मुद्दा उठाया। राहुल गांधी ने कहा कि ये ड्रामा 6 महीने पहले शुरू हुआ था। राहुल गांधी ने कहा कि भारत में मानहानि के मामले में सबसे ज्यादा सजा पाने वाला शायद मैं अकेला शख्स हूं। उन्होंने कहा कि कभी सोचा नहीं था कि ऐसा होगा। राहुल ने कहा कि अभी मुझे पूर्व सांसद कहा गया। जब मैंने साल 2004 में सियासत शुरू की थी, तो कभी नहीं सोचा था कि देश में जो हो रहा है वैसा देखूंगा।
Relive the captivating moments as Shri @RahulGandhi graced the stage at Stanford University for an unforgettable interactive session. pic.twitter.com/IbcaPQ3o8y
— Congress (@INCIndia) June 1, 2023
राहुल गांधी ने अपनी लोकसभा सदस्यता रद्द होने के मामले में कहा कि अब उनके पास बड़ा मौका है। संसद में बैठकर जो मौका नहीं मिलता, वो मिला है। उन्होंने फिर आरोप लगाया कि भारत में संवैधानिक संस्थानों पर बीजेपी का कब्जा है। राहुल गांधी ने कहा कि हम इससे लोकतांत्रिक तरीके से लड़ रहे हैं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि जब देखा कि कोई भी संस्था मदद नहीं कर रहा, तब सड़कों पर उतरे और भारत जोड़ो यात्रा की। उन्होंने ये भी कहा कि भारत में विपक्ष संघर्ष कर रहा है।
बता दें कि राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक की जनसभा में कहा था कि मोदी नाम वाले ही चोर क्यों निकलते हैं। उन्होंने ललित मोदी, नीरव मोदी के साथ पीएम नरेंद्र मोदी का नाम भी लिया था। मोदी सरनेम वालों की मानहानि करने में बीजेपी के नेता पूर्णेश मोदी ने सूरत में राहुल पर केस किया था। जिसमें कोर्ट ने उनको 2 साल की सजा सुनाई थी। इसी सजा की वजह से राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य करार दिया गया था। इस सजा पर सूरत के सेशंस कोर्ट और गुजरात हाईकोर्ट से राहुल गांधी ने राहत लेने की कोशिश की थी, लेकिन उनकी कोशिश रंग नहीं लाई।