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Russia Attacks Ukraine: यूक्रेन पर ‘फादर ऑफ ऑल बॉम्ब’ से हो सकता है हमला, राष्ट्रपति जेलिंस्की की कांपी रूह

रूस ने साल 2007 में इस बम को विकसित किया था। ये परमाणु बम नहीं है, लेकिन इसकी विध्वंसक ताकत उसके जैसी ही है। इसके फटने से 44 टन टीएनटी के बराबर ऊर्जा निकलती है। इस ऊर्जा की वजह से ठीक उसी तरह सुपरसोनिक लहरें उठती हैं, जैसी परमाणु बम के फटने पर होती है।

वॉशिंगटन। यूक्रेन पर रूस के हमले का आज तीसरा दिन है। गुरुवार से रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव समेत सभी शहरों और कस्बों पर तेज हमला किया हुआ है। हालात गंभीर हैं। बम और मिसाइल बरस रहे हैं। अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है और राजधानी कीव से लाखों लोग पलायन कर गए हैं। पड़ोसी पोलैंड और रोमानिया में यूक्रेन के भयभीत लोग शरण ले रहे हैं। कीव और अन्य शहरों में यूक्रेन की सरकार के आदेश के बाद 18 से 60 साल तक के मर्दों को रुकना पड़ा है। कीव में इन आम लोगों को सरकार की तरफ से हथियार देकर रूसी सैनिकों का सामना करने के आदेश दिए गए हैं। अगर रूस ने यूक्रेन पर फादर ऑफ ऑल बॉम्ब यानी सभी बमों का बाप इस्तेमाल करने का फैसला किया, तो हालात और गंभीर हो सकते हैं। ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमीर जेलिंस्की की रूह कांप गई है और वो बातचीत के लिए तैयार होते दिख रहे हैं।

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पश्चिमी देशों के मुताबिक रूस ने पहले सोचा था कि यूक्रेन पर वो जल्दी कब्जा कर लेगा। ऐसे में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पर तीन तरफ से सेना झोंक दी। बम और मिसाइलों से ताबड़तोड़ हमले किए, लेकिन अमेरिका और पश्चिमी देशों से सैन्य मदद हासिल कर रहे यूक्रेन ने रूस को अपने इरादे में सफल नहीं होने दिया है। ऐसे में पश्चिमी देशों ने आशंका जताई है कि जंग को जल्द अपने पक्ष में करने के लिए रूस अब फादर ऑफ ऑल बॉम्ब का इस्तेमाल कर सकता है। अगर इस बम का इस्तेमाल रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव या किसी और शहर पर किया, तो इससे बड़ी तादाद में लोग मारे जाएंगे और फिर यूक्रेन को रूस के सामने घुटने टेकने पड़ सकते हैं।

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अब आपको बताते हैं कि फादर ऑफ ऑल बॉम्ब आखिर है क्या। रूस ने साल 2007 में इस बम को विकसित किया था। ये परमाणु बम नहीं है, लेकिन इसकी विध्वंसक ताकत उसके जैसी ही है। इसके फटने से 44 टन टीएनटी के बराबर ऊर्जा निकलती है। इस ऊर्जा की वजह से ठीक उसी तरह सुपरसोनिक लहरें उठती हैं, जैसी परमाणु बम के फटने पर होती है। इससे टारगेट भाप में बदल जाता है और उसका नामोनिशान मिट जाता है। शायद यही डर है कि अब यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की कह रहे हैं कि वो सीजफायर के लिए राजी हैं और दोनों देशों के राजनयिक बातचीत के लिए जगह और मुद्दे तय कर रहे हैं।