नई दिल्ली। कोरोना की वैक्सीन बनाने का दावा करने वाला देश रूस ने अब एक ऐसा यंत्र बनाया है, जो हवा में कोरोना की पहचान करेगा। इस खास डिवाइस को लेकर रूस ने दावा किया है कि उसने एक ऐसा उपकरण विकसित किया है जो हवा में ही बैक्टीरिया, विषाक्त पदार्थों और वायरस से होने वाली बीमारी का पता लगाने में सक्षम है।
इस डिवाइस को रूस की केएमजे फैक्टरी ने डिफेंस मिनिस्ट्री और कोरोना वैक्सीन बनाने वाली गामालेया इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर तैयार किया है। इसको लेकर मीडिया में जो खबरें आ रही हैं, उसके मुताबिक शुक्रवार को मॉस्को के पास सैन्य-औद्योगिक मंच 2020 में ‘केमिस्ट्री बायो’ नाम के उपकरण को दिखाया गया जिसे KMZ फैक्ट्री द्वारा बनाया गया।
बता दें कि रूस की केएमजे फैक्टरी दुनियाभर में प्रसिद्ध जेनिथ कैमरा (Zenit Cameras) का निर्माण भी करती है। डिटेक्टर बायो कोई पॉकेट गैजेट नहीं है, और यह कुछ हद तक रेफ्रिजरेटर की तरह दिखता है, इसके आकार को लेयर केक डिजाइन में तैयार किया गया है।
बता दें कि रूस ने यह दावा किया है कि उसने कोरोना की दूसरी वैक्सीन भी तैयार कर ली गयी है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को देश की दूसरी कोरोना वायरस वैक्सीन को बहुत बढ़िया बताया। पुतिन ने कहा कि रूस की दूसरी वैक्सीन ‘इपीवैककोरोना’ का कॉम्पिटिशन पहली वैक्सीन ‘स्पुतनिक-वी’ से होगा। पुतिन ने कहा है कि कोरोना की वैक्सीन बाजार में लाने के लिए रूस दुनिया को रास्ता दिखा रहा है।