लाहौर। पाकिस्तान ने भारतीय जासूस बताकर सरबजीत सिंह को जेल में रखा था। लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद अमीर सरफराज तांबा ने सरबजीत सिंह को पीटकर मार डाला था। बीते दिनों खबर आई थी कि अमीर सरफराज तांबा को अज्ञात लोगों ने गोली मार दी और वो मर गया। अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के एसएसपी सैयद अली रजा ने डॉन अखबार को बताया है कि अमीर सरफराज तांबा की मौत नहीं हुई है। एसएसपी के मुताबिक तांबा गंभीर रूप से घायल है। पहले खबर थी कि सरबजीत सिंह के हत्यारे अमीर सरफराज तांबा को 3 गोलियां मारी गई थीं। जिसमें उसकी मौत हो गई थी। अमीर सरफराज तांबा को लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद का बहुत करीबी माना जाता है। पाकिस्तान की मीडिया ने बताया था कि अमीर सरफराज तांबा को गोली लगने के बाद गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन उसकी जान चली गई। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के एसएसपी ने तांबा के जिंदा होने का दावा किया है, लेकिन पीटीआई ने जब लाहौर पुलिस के प्रवक्ता फरहान शाह से इस बारे में पूछा, तो उन्होंने इसे संवेदनशील कहा और जानकारी देने से इनकार कर दिया।
इससे पहले तांबा के भाई जुनैद सरफराज ने पुलिस ने दो अज्ञात लोगों पर अपने भाई की हत्या की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई थी। अमीर सरफराज तांबा ने साथी मुदस्सर और कुछ अन्य कैदियों के साथ मिलकर 2013 में सरबजीत सिंह की पीट-पीटकर हत्या की थी। पाकिस्तान के एक कोर्ट ने इस मामले में आरोपियों को सबूत न होने की बात कहकर बरी कर दिया था। वहीं, सरबजीत सिंह के हत्यारे अमीर सरफराज तांबा को गोली मारे जाने की घटना पर पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री मोहसिन नकवी ने मीडिया से कहा कि पहले भी हत्या की कुछ घटनाओं में भारत का सीधे तौर पर हाथ रहा है। इस मामले में भी भारत का हाथ होने का शक है।