
नई दिल्ली। तो आखिरकार वो लम्हा आ ही गया जिसका हम सभी को बेसब्री से इंतजार था। इमरान खान अब लंबी छुट्टी पर जा चुके हैं। शहबाज शरीफ के हाथ पाकिस्तान की कमान आ चुकी है। उन्होंने आज यानी की सोमवार को विधिवत रूप से प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। ध्यान रहे कि आज ही नेशनल अंसेबली में वोटिंग के दौरान विपक्षी दलों उनके पक्ष में 174 वोटों की बारिश कर उन्हें वजीर-ए-आजम की कुर्सी पर आसीन करने को लेकर अपनी सहमति व्यक्त की है। बता दें कि पाकिस्तान के लोकतांत्रिक इतिहास में आज तक कोई भी प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है और इस रीत को इमरान ने भी आगे बढ़ाया है। बीते दिनों विपक्षी दलों ने एकजुट होकर महंगाई, भ्रष्टाचारा समेत अन्य मसलों का हवाला देकर इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे। लेकिन अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले ही वे संसद से रूखसत हो गए।
Pakistan Muslim League (N) leader Shehbaz Sharif takes oath as the newly-elected Prime Minister of Pakistan.
(Source: Pakistan’s Geo News) pic.twitter.com/UpMeHex3ln
— ANI (@ANI) April 11, 2022
बता दें कि बीते दिनों पाकिस्तान में मचे सियासी बवाल के बीच इमरान खान ने अपनी कुर्सी बचाने की पुरजोर कोशिश की थी, लेकिन अफसोस उन्हें इसमें रत्ती भर भी कामयाबी नहीं मिली थी। उन्होंने विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को विदेशी साजिश तक करार दे दिया था और इसे अमेरिका द्वारा रचाया गया षडयंत्र तक बता दिया था। जिस पर बाद में अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि पाकिस्तान में जारी राजनीतिक उथल-पुथल पर अमेरिका का कोई हाथ नहीं है। बहरहाल, अब शहबाज शरीफ विधिवत रूप से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन चुके हैं।
अब ऐसे में उनके कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान की दशा व दिशा कैसी रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। इसके अलावा भारत और पाकिस्तान के साझा हितों को प्रवाहित करने के वाले मसलों पर उनका क्या रुख रहता है। इस यह देखना भी दिलचस्प रहेगा। ध्यान रहे कि इससे पहले शहबाज कश्मीर को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि हम भारत के साथ मधुर चाहते हैं, लेकिन कश्मीर पर शांतिपूर्ण समाधान के बिना यह संभव नहीं है। अब ऐसे में यह समझना मुश्किल है कि आखिर वे कश्मीर को लेकर किस समाधान की बात कर रहे हैं। अब यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।