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Pakistan Election: लश्कर चीफ हाफिज के बेटे और दामाद समेत पाकिस्तान के चुनाव में उतरे कई आतंकी, मरकजी मुस्लिम लीग से लड़ रहे, अमेरिका-भारत ने इनपर लगाया है प्रतिबंध

Pakistan Election: हाफिज सईद के बेटे तलहा सईद को भारत ने वैश्विक आतंकियों की मोस्ट वांटेड लिस्ट में रखा है। हाफिज का दामाद भी भारत में कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है। तलहा और उसके बहनोई के पाकिस्तान के चुनावी अखाड़े में उतरने पर भारत ने प्रतिक्रिया भी दी है। भारत ने कहा है कि इससे साफ है कि कट्टरपंथी आतंकी संगठनं को पड़ोसी देश में मुख्यधारा में लाना नई बात नहीं है।

इस्लामाबाद। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद ने अब पाकिस्तान में सियासत की राह पकड़ी है। लश्कर चीफ ने पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग नाम से नई पार्टी बनाई है। इस पार्टी से तमाम उम्मीदवार पाकिस्तान नेशनल असेंबली के 8 फरवरी को होने वाले चुनाव में उतरे हैं। चुनाव लड़ने वालों में हाफिज सईद का आतंकी बेटा तलहा सईद और हाफिज का दामाद हाफिज नेक गुज्जर भी मरकजी मुस्लिम लीग से चुनाव लड़ रहे हैं। हाफिज सईद अभी जेल में है। उसे अदालत ने कुल 31 साल की सजा सुनाई है। अब उसके लश्कर-ए-तैयबा की तरफ से पार्टी बनाए जाने और चुनाव लड़ने से साफ है कि जेल में रहने के बाद भी हाफिज सईद को पाकिस्तान की सरकार और वहां की सेना का समर्थन हासिल है।

हाफिज सईद के बेटे तलहा सईद को भारत ने वैश्विक आतंकियों की मोस्ट वांटेड लिस्ट में रखा है। हाफिज का दामाद भी भारत में कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है। तलहा और उसके बहनोई के पाकिस्तान के चुनावी अखाड़े में उतरने पर भारत ने प्रतिक्रिया भी दी है। भारत ने कहा है कि इससे साफ है कि कट्टरपंथी आतंकी संगठनं को पड़ोसी देश में मुख्यधारा में लाना नई बात नहीं है। भारत ने कहा है कि ऐसा करना लंबे वक्त से पाकिस्तान की सरकार की नीति का हिस्सा रहा है। पाकिस्तान सरकार या वहां के चुनाव आयोग की तरफ से इस बारे में कोई बात नहीं कही गई है कि आखिर आतंकी संगठन से जुड़े लोग किस तरह नेशनल असेंबली के चुनाव में हिस्सा ले रहे हैं। उधर, मरकजी मुस्लिम लीग का कहना है कि उसका हाफिज सईद से कोई लेना-देना नहीं है।

पाकिस्तान में मिल्ली मुस्लिम लीग भी एक सियासी दल है। इस पार्टी पर साल 2018 में अमेरिका ने प्रतिबंध लगाया था। मिल्ली मुस्लिम लीग से जुड़े सैफुल्लाह खालिद, मुजम्मिल इकबाल हाशमी, ताबिश कय्यूम, मुहम्मद हारिस डार, फैसल नदीम, मुहम्मद अहसान और मुहम्मद फैयाज अहमद को भी आतंकी घोषित किया गया था। मिल्ली मुस्लिम लीग पर भी हाफिज सईद के लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े होने का आरोप है। खास बात ये है कि इनमें से मुहम्मद फैयाज अहमद, फैसल नदीम, मुहम्मद हारिस डार और मुजम्मिल इकबाल हाशमी भी इस बार चुनाव लड़ रहे हैं। इसी से साबित होता है कि किस तरह पाकिस्तान में आतंकी सरगनाओं को शह मिल रही है।