वॉशिंगटन। अफगानिस्तान पर काबिज हुए तालिबान और अमेरिका के बीच फिर ठनने के आसार हैं। तालिबान ने बुधवार को चेतावनी दी थी कि अमेरिका को अपने 6000 सैनिक हर हाल में 11 सितंबर तक वापस ले जाने होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तालिबान की इस चेतावनी के जवाब में सेना की वापसी पर बड़ा बयान दिया है। बाइडेन ने साफ कह दिया है कि जब तक अफगानिस्तान में एक भी अमेरिकी नागरिक रहेगा, उनके देश के सैनिक वहां बने रहेंगे।
बाइडेन ने पहले अमेरिकी सेना की वापसी के लिए 31 अगस्त की तारीख तय की थी, लेकिन उन्होंने अब यह कहा है कि जरूरत पड़ी तो उनके सैनिक इस तारीख के बाद भी अफगानिस्तान में बने रहेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि तालिबान की वजह से अफरातफरी मची है। अमेरिका का एक भी व्यक्ति अफगानिस्तान में रहने तक हमारे सैनिक भी वहां रहेंगे।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार चाहती है कि अफगानिस्तान में मौजूद अमेरिका के लोगों को बिना किसी परेशानी के वापस लाया जाए। हालांकि इस बारे में अब तक कोई रणनीति नहीं बनाई गई है। बाइडेन ने यह भी कहा कि तालिबान ने अब तक अमेरिकी नागरिकों को काबुल से निकालने में मदद की है, लेकिन अमेरिका की मदद करने वाले अफगानों को निकालने में अमेरिका को दिक्कत हुई है।
बाइडेन ने इससे इनकार किया कि अफगानिस्तान और तालिबान के मसले पर अमेरिकी खुफिया एजेंसियां अनुमान लगाने में नाकाम रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के सामने दो रास्ते थे। या तो सेना को वापस बुला लें, या ज्यादा सेना भेजें। सरकार ने वही फैसला किया, जो सही था। बता दें कि बाइडेन पहले ही कह चुके हैं कि वह अफगानिस्तान का मसला पांचवें अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए छोड़कर नहीं जाना चाहते थे। इसी वजह से उन्होंने सेना वापसी का फैसला किया।