नई दिल्ली। एक तरफ पाकिस्तान अफगानिस्तान में तालिबान को सत्ता हथियाने के लिए मदद कर रहा है। तो वहीं पाकिस्तान की इस मदद का तालिबान ने कुछ ऐसे एहसान चुकाया है कि, पाकिस्तान को हमेशा याद रहेगा। बता दें कि तालिबानी लड़ाकों ने पाकिस्तानी सेना के 11 सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया है। वहीं इसके अलावा चार सैनिकों को अगवा भी कर लिया है। माना जा रहा है तालिबान की तरफ से अगवा करने की साजिश आगे किसी सौदे के रूप में सामने आएगी। दरअसल तालिबानी लड़ाकों ने यह कार्रवाई पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत (केपीके) में की है। इस इलाके में पाकिस्तानी सेना की थल-स्कॉउट्स के जवान पैट्रोलिंग कर रहे थे। तभी तहरीक-ए-तालिबान-पाकिस्तान (टीटीपी) के लड़ाकों ने सैनिकों पर जोरदार हमला कर दिया। मिली जानकारी के मुताबिक इस हमले में पाकिस्तानी सेना के बलूच रेजीमेंट के एक कैप्टन, अब्दुल बासित के साथ 11 सैनिकों की जान चली गई।
इस घातक हमले के बाद गश्ती-दल के बाकी 4 सैनिकों ने खुद को तालिबान के सामने समर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वाले सैनिकों को तालिबानी लड़ाके अपने साथ अगवा करके ले गए। इस मामले में देर शाम तक अगवा हुए पाकिस्तानी सैनिकों को लेकर कोई जानकारी नहींं मिल पाई है।
Capt Abdul Basit of FC Wing/Pak Army was sent on a patrol to rescue 6 employees of Jazz Mobile services, who had been kidnapped by a militant outfit in Khyber Pakhtunkhwa. TTP was shadowing this patrol & ambushed it, killing 11 FC/ Pak Army pers, including Capt. Basit. pic.twitter.com/nsglySjwsD
— Major Gaurav Arya (Retd) (@majorgauravarya) July 13, 2021
घटना को लेकर सामने आई जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान की थल-स्कॉउट की पैट्रोलिंग कर रही थी तभी उस पार्टी पर हमला हो गया। जिसमें तालिबान के कुछ लड़ाकों को गिरफ्तार कर लिया था और एक लड़ाके को गोली मार दी थी। इसी का बदला लेने के लिए गुस्साएं तालिबान ने थल स्कॉउट्स के 11 सैनिकों की हत्या कर दी।