नई दिल्ली। अफगानिस्तान (Afghanistan) में कब्जा करने के करीब तीन हफ्ते बाद मंगलवार को तालिबान ने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया। तालिबान ने मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा, “तालिबान के सह-संस्थापक अब्दुल गनी बरादर उपनेता होंगे और अमेरिका द्वारा आतंकवादी संगठन के रूप में नामित हक्कानी नेटवर्क के संस्थापक के बेटे सिराजुद्दीन हक्कानी नए गृह मंत्री होंगे।” वहीं अब अफगानिस्तान में सरकार के गठन के साथ ही कश्मीर मसले पर तालिबान का रुख बदला हुआ नजर आ रहा है। इसी बीच अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन के साथ ही तालिबान ने कश्मीर मुद्दे को लेकर बड़ा बयान दिया है। साथ ही तालिबान ने कश्मीर को लेकर अपना रुख भी साफ कर दिया। इसके बाद तालिबान द्वारा कश्मीर को लेकर दिए गए बयान से पाकिस्तान की इमरान सरकार को मिर्ची लग सकती है।
दरअसल तालिबान प्रवक्ता मुजाहिद ने कश्मीर को मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि, तालिबानी सरकार का रुख है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा है और हम इस मामले में बिल्कुल भी दखल नहीं देंगे।
हालांकि इससे पहले अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने कश्मीर को लेकर बड़ा बयान दिया था। तालिबान के एक अन्य प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा था कि हमारे पास कश्मीर के मुसलमानों के लिए भी आवाज उठाने का अधिकार है।