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OIC Conference: इस्लामी देशों के सम्मेलन में चीन-पाक का कश्मीर राग, भारत बोला- हद में रहो

वांग यी ने पहली बार ओआईसी देशों के सम्मेलन में चीन की तरफ से हिस्सा लिया था। उन्होंने संगठन की बैठक में कश्मीर और फिलिस्तीन के मसले उठाए। वांग ने कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर हमने फिर से कई इस्लामी दोस्तों की पुकार को सुना। चीन भी इसी तरह की आकांक्षा रखता है।

नई दिल्ली/इस्लामाबाद। खुद की कुर्सी खतरे में है, लेकिन पाकिस्तान के पीएम इमरान खान कश्मीर-कश्मीर कहते हुए जान दिए दे रहे हैं। वहीं, इस्लामिक देशों के संगठन OIC में इमरान खान के इस कश्मीर राग को चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने भी गाया। चीन की तरफ से कश्मीर का मुद्दा उठाने पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा है कि चीन के विदेश मंत्री की कश्मीर पर टिप्पणी पूरी तरह अस्वीकार्य है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बयान जारी कर कहा है कि केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर से जुड़ा मुद्दा भारत का आंतरिक मसला है और चीन समेत किसी भी देश को इस बारे में बयान देकर हस्तक्षेप करने का कोई हक नहीं है।

दरअसल, वांग यी ने पहली बार ओआईसी देशों के सम्मेलन में चीन की तरफ से हिस्सा लिया था। उन्होंने संगठन की बैठक में कश्मीर और फिलिस्तीन के मसले उठाए। वांग ने कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर हमने फिर से कई इस्लामी दोस्तों की पुकार को सुना। चीन भी इसी तरह की आकांक्षा रखता है। इससे पहले इस्लामी देशों के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने भी कश्मीर का राग गाया था। उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर संगठन कोई प्रभाव रखने में असमर्थ रहा, क्योंकि ये इस मामले में विभाजित है।

chinese foreign minister wang yi

इमरान खान ने कहा कि हम इस्लामी देश कश्मीर और फिलिस्तीन के मसलों पर लोगों के लिए नाकाम रहे हैं। हम विभाजित हैं और भारत और इजरायल ये बात जानते हैं। भारत के संविधान से अनुच्छेद 370 निरस्त करने के कदम का जिक्र भी इमरान ने किया। उन्होंने कहा कि कुछ भी इस मसले पर हम कर नहीं सके, क्योंकि भारत पर दबाव पड़ा ही नहीं। इमरान ने कहा कि जब तक प्रमुख मुद्दों पर हम संयुक्त रूप से काम नहीं करेंगे, इस तरह की बातें होती रहेंगी। साथ ही उन्होंने ये भी जोड़ा कि पाकिस्तान ये नहीं कह रहा है कि इस्लामी देश अपनी विदेश नीति में बदलाव करें।