वॉशिंगटन। अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बार फिर अमेरिका के लोगों को संबोधित किया। बाइडेन ने इस संबोधन में साफ कर दिया कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के प्रति आतंकवाद की किसी भी घटना पर उनका देश शांत नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि जो भी अमेरिका या उसके सहयोगी देशों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी। बाइडेन ने अफगानिस्तान से सेना की वापसी को सही ठहराते हुए सभी जवानों के साहस की भी तारीफ की। बाइडेन ने कहा कि मैं उन लोगों से स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं, जो अमेरिका को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं या जो हमारे या सहयोगियों के खिलाफ आतंकवाद में लिप्त हैं कि अमेरिका कभी आराम नहीं करेगा। हम भूलेंगे नहीं और माफ भी नहीं करेंगे। हम तुम लोगों का शिकार करेंगे और तुम कीमत चुकाओगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अफगानिस्तान से सेना की वापसी की सफलता जवानों के निस्वार्थ साहस के कारण थी। उन्होंने कहा कि युद्ध के मिशन नहीं, दया के मिशन में उन्होंने दूसरों की सेवा के लिए अपनी जान जोखिम में डाली। इतिहास में अमेरिका के सिवा कभी किसी देश ने ऐसा नहीं किया।
जो बाइडेन ने कहा कि मैं निर्णय की जिम्मेदारी लेता हूं। कुछ लोग कहते हैं कि हमें इसे जल्दी शुरू कर देना चाहिए था। इससे मैं असहमत हूं। अगर सेना की वापसी पहले होती, तो अफगानिस्तान में गृहयुद्ध भी हो सकता था। उन्होंने कहा कि जमीन पर अमेरिका की मौजूदगी के बिना भी हम अफगानिस्तान और अन्य देशों में आतंकवाद का मुकाबला जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि यह सही, बुद्धिमतापूर्ण और सबसे बढ़िया फैसला है।
जो बाइडेन ने कहा कि 31 अगस्त को अफगानिस्तान छोड़ना किसी मनमानी समय सीमा के कारण नहीं है। यह अमेरिकी जीवन को बचाने के लिए बनाया गया था। मेरे पूर्ववर्ती राष्ट्रपति ने 1 मई तक अमेरिकी सैनिकों को हटाने के लिए तालिबान के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।