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What is I2U2 Summit: क्या है पश्चिम एशिया का क्वाड कहा जा रहा ये समूह, चीन को घेरने का प्लान 2.0

What is I2U2 Summit: बैठक के दौरान भारत मंर यूएई के राजदूत ने इसे पश्चिम एशिया का क्वाड कहा था। इन मुद्दों में से समुद्री सुरक्षा पर चर्चा का मुद्दा ऐसा है जिसे चीन के खिलाफ माना जाता है। चीन दक्षिण चीन सागर के 90 फीसदी इलाके पर अपना दावा ठोकता है।

नई दिल्ली। क्वाड यानि भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान का हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की दादागीरी पर लगाम लगाने के लिए बनाया गया संगठन है। क्वाड के बारे में आपने काफी कुछ सुना होगा। लेकिन अब पश्चिम एशिया के क्वाड को भी मजबूत बनाने की तैयारी पूरी है। भारत, इजराइल, अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई पहली बार आई2यू2 शिखर सम्मेलन में शामिल होने जा रहे हैं। यह सम्मेलन 14 जुलाई को वर्चुअली आयोजित किया जाएगा। भारत की ओर से इसमें खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होने वाले हैं। जबकि, इजरायल यात्रा पर गए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन तेल अवीव से इस सम्मेलन का हिस्सा बनेंगे। इन दोनों के अलावा इजरायल के नए प्रधानमंत्री यैर लैपिड और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान भी आई2यू2 शिखर सम्मेलन का हिस्सा बनने वाले हैं। इस समूह में ‘आई 2’ का मतलब इजरायल और इंडिया से है वहीं ‘यू 2’ का मतलब यूएस और यूएई से है।

असल में जब अक्टूबर 2021 में आई2यू2 की पहली बैठक हुई थी, तभी इसे वेस्टर्न एशिया क्वाड का नाम दिया गया था।इसकी वजह बैठक में शामिल तमाम मुद्दे थे। उस दौरान भारत, अमेरिका, इजरायल और यूएई ने समुद्री सुरक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और ट्रांसपोर्ट से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा की थी। बैठक के दौरान भारत मंर यूएई के राजदूत ने इसे पश्चिम एशिया का क्वाड कहा था। इन मुद्दों में से समुद्री सुरक्षा पर चर्चा का मुद्दा ऐसा है जिसे चीन के खिलाफ माना जाता है। चीन दक्षिण चीन सागर के 90 फीसदी इलाके पर अपना दावा ठोकता है। ऐसे में इस क्षेत्र से गुजरने वाले समुद्री जहाजों और पोतों को खतरा पैदा हो सकता है। अमेरिका चीन के इसी कदम का विरोध करता है और दावा करता है कि उसका मकसद नियमों वाली व्यवस्था को बनाए रखना है।

अब सवाल है कि इस समूह का उद्देश्य क्या है ?

दरअसल, अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, दुनियाभर में अमेरिकी गठबंधनों को फिर से सक्रिय करने की बाइडेन प्रशासन की कोशिशों के तहत भारत, इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका का नया समूह अपना पहला ऑनलाइन शिखर सम्मेलन आई2यू2 आयोजित कर रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि शुरू से ही हमारे दृष्टिकोण का एक हिस्सा न केवल दुनियाभर में गठबंधन और साझेदारी की हमारी प्रणाली को पुनर्जीवित करना है, बल्कि उन साझेदारियों को एक साथ लाना भी है, जो पहले साथ नहीं थे या जिनका पूरी तरह इस्तेमाल नहीं हुआ।

आई2यू2 का महत्व अचानक बढ़ने के पीछे की वजह भी अमेरिका ही है…

असल में, अक्टूबर 2021 में भारत, अमेरिका, इजरायल और यूएई के विदेश मंत्रियों ने जब पहली बार बैठक की थी, तब इसे इंटरनेशनल फोरम फॉर इकोनॉमिक को ऑपरेशन नाम दिया गया था, लेकिन वक्त के साथ बदलते भू-राजनीतिक घटनाक्रमों ने इस गठबंधन की अहमियत को काफी ज्यादा बढ़ा दिया है। यही वजह है कि इस बैठक में चारों देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा लेने वाले हैं।