China : विश्व स्वास्थ्य संगठन को नहीं मिला नोबेल शांति पुरस्कार तो बौखलाए चीन ने कही ये बात
China : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पर आरोप लगा था कि उसने कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Epidemic) के दौरान चीन (China) के इशारे पर काम किया। अब हाल ही में एक खबर सामने आ रही है कि डब्ल्यूएचओ को नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) नहीं मिला।
नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पर आरोप लगा था कि उसने कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Epidemic) के दौरान चीन (China) के इशारे पर काम किया। अब हाल ही में एक खबर सामने आ रही है कि डब्ल्यूएचओ को नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) नहीं मिला। यह बात चीनी मीडिया को हजम नहीं हो रही है। इससे चीन बौखला गया है।
नोबेल शांति पुरस्कार हो बंद- चीन
दरअसल, डब्ल्यूएचओ को नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलने पर चीनी मीडिया भड़क उठा है। चीन के प्रोपगेंडा अखबार ग्लोबल टाइम्स के एडिटर हू शिजिन ने तो नोबेल शांति पुरस्कार को ही बेकार बताकर उसे बंद किए जाने की बात कह दी है।
The Nobel Committee didn’t have the guts to award Nobel Peace Prize to the WHO for it would offend Washington. Nobel Peace Prize should have been cancelled long ago. It’s useless except for pandering to the US and Western bigwigs, and making ostensible balance occasionally.
— Hu Xijin 胡锡进 (@HuXijin_GT) October 9, 2020
हू शिजिन ने ट्वीट कर लिखा, ”नोबेल कमिटी के अंदर इतना साहस नहीं है कि वह WHO को पुरस्कार दे क्योंकि इससे अमेरिका नाराज हो जाएगा। नोबेल पुरस्कार को बहुत पहले ही रद्द कर देना चाहिए था। यह पश्चिमी और अमेरिका के बडे़ लोगों की दलाली के अलावा कुछ नहीं करता। इससे कई बार बनावटी संतुलन बनाने का प्रयास होता है।”
डब्ल्यूईपी को शांति नोबेल पुरस्कार
जानकारी के लिए बता दें कि दुनिया भर में युद्धग्रस्त और मुश्किल इलाकों में भूखमरी से लड़ने के प्रयासों के लिए संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूईपी) को शांति नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने की शुक्रवार को घोषणा की गई।