नई दिल्ली। अनन्त चतुर्दशी आज मनाई जा रही है। भगवान विष्णु के अनन्त रूप की पूजा हेतु सबसे महत्वपूर्ण दिन माना गया है। इस दिन भगवान विष्णु के भक्त पुरे दिन का उपवास रखते हैं और पूजा के दौरान पवित्र धागा बांधते हैं। साथ ही इस दिन गणपति विसर्जन भी किया जाता है। विसर्जन के लिए अनन्त चतुर्दशी तिथि सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है।
अनन्त चतुर्दशी के दिन विसर्जन
गणेश विसर्जन के लिए अनन्त चतुर्दशी तिथि सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। चतुर्दशी तिथि के दिन ही भगवान विष्णु का उनके अनन्त रूप में पूजन किया जाता जो चतुर्थी तिथि को और भी अधिक महत्वपूर्ण बनाती है। भगवान विष्णु के भक्त इस दिन उपवास रखते हैं। भगवान की पूजा के समय हाथ में धागा बांधते हैं। ऐसी मान्यता है, की यह धागा भक्तों की हर संकट में रक्षा करता है।
अनन्त चतुर्दशी पूजा मुहूर्त
अवधि – 23 घण्टे 21 मिनट्स
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ – सितम्बर 19, 2021 को 05:59 ए एम बजे
चतुर्दशी तिथि समाप्त – सितम्बर 20, 2021 को 05:28 ए एम बजे
गणेश विसर्जन के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त
प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) – 07:39 ए एम से 12:14 पी एम
अपराह्न मुहूर्त (शुभ) – 01:45 पी एम से 03:17 पी एम
सायाह्न मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) – 06:20 पी एम से 10:46 पी एम
रात्रि मुहूर्त (लाभ) – 01:42 ए एम से 03:11 ए एम, सितम्बर 20
उषाकाल मुहूर्त (शुभ) – 04:39 ए एम से 06:08 ए एम, सितम्बर 20