नई दिल्ली। इस बार के भौम प्रदोष व्रत (Bhaum Pradosh Vrat 2021) 26 जनवरी को पड़ रही है। दरअसल हर मास में चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है और व्रत रखकर शिवजी की पूजा की जाती है। प्रदोष व्रत का विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा और व्रत करने से विशेषफल की प्राप्ति होती है।
भौम प्रदोष शुभ मुहूर्त
इस बार भौम प्रदोष व्रत 25 जनवरी को देर रात 12 बजकर 24 मिनट पर शुरू हो रही है। जो 26 जनवरी को देर रात 1 बजकर 11 मिनट तक रहेगी। ऐसे में ये व्रत 26 जनवरी को रखा जाएगा।
भौम प्रदोष शुभ महत्व
शिव भक्तों में भौम प्रदोष व्रत का काफी महत्व है। इस व्रत से हजारों यज्ञों को करने का फल प्राप्त होता है। इससे मोक्ष की प्राप्ति होती है और दरिद्रता का नाश होता है। संतान प्राप्ति के लिए भी इस व्रत का काफी महत्व है। ऐसी मान्यता है कि इससे संतान की इच्छा रखने वालों के संतान की प्राप्ति होती है और संतान दीर्घायु होती है।
ऐसे करें पूजा
इस दिन व्रत करने वाले को बह्म बेला में उठकर पूजा करनी चाहिए और व्रत करने का संकल्प लेना चाहिए। फिर शिवजी की पूजा अर्चना करके सारा दिन उपवास करना चाहिए। शिवजी की पूजा में बेलपत्र, भांग, धतूरा, पुष्प, फल और मिष्ठान का प्रयोग करना चाहिए। इसके बाद भोग लगाएं और शिव मंत्र का जप करें।