नई दिल्ली। सावन का महीना देवों के देव महादेव को समर्पित है। इस महीने में महादेव की अराधना का फल कई गुना अधिक प्राप्त होता है। सावन के महीने में शिव भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए कावंड लेकर जल भरने जाते हैं। हाथों में कांवड़ लेकर कई किलोमीटर की पैदर यात्रा कर भक्त शिव मंदिरों में जल चढ़ाते हैं। वैसे तो सावन का पूरा महीना ही शुभ माना जाता है लेकिन सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार और मंगलाव के दिन की भी काफी महत्ता है। सावन के महीने में पड़ने वाले हर मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत किया जाता है। मंगला गौरी व्रत को लेकर मान्यता है कि इसी दिन माता गौरी ने भोलेनाथ को अपनी आराधना से प्रसन्न किया था। मां गौरी की तपस्या और व्रत से ही प्रसन्न होकर भोलेनाथ उन्हें पति के रूप में मिले थे।
शादीशुदा महिलाएं जरुर करें ये काम
मान्यता के अनुसार, मां गौरी ने इसी व्रत को रखकर भोलेनाथ को पति के रूप में प्राप्त किया था। यही वजह है कि शादीशुदा महीलाओं को ये व्रत जरूर करना चाहिए। खासकर पति की लंबी आयु के लिए महीलाएं इस व्रत को करती हैं। आज मंगला गौरी व्रत पर खास संयोग भी बन रहा है। आज अधिक मास का तीसरा मंगला गौरी व्रत होने के साथ ही अधिक श्रावण पूर्णिमा भी है। ये 4 जुलाई से शुरु हुए सावन महीने का पांचवा मंगला गौरी व्रत है।
मंगला गौरी व्रत पर जरूर करें इन मंत्रों का जाप
अगर आपने मंगला गौरी व्रत किया हुआ है तो आप पूजा के दौरान नीचे दिए मंत्र का जाप जरूर करें
कुंकुमागुरुलिप्तांगा सर्वाभरणभूषिताम्।
नीलकण्ठप्रियां गौरीं वन्देहं मंगलाह्वयाम्।।
मंगलागौरी मंत्र:
ह्रीं मंगले गौरि विवाहबाधां नाशय स्वाहा।
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