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Vishwakarma pooja 2022: कैसे मनाएं विश्वकर्मा जयंती?, जानिए मशीनों की पूजा करने की सही विधि

Vishwakarma Puja 2022: विश्वकर्मा जयंती हर साल कन्या संक्रांति के दिन मनाई जाती है। इस बार ये 17 सितंबर को पड़ रही है। ऐसी मान्यता है कि पूरे विधि-विधान से भगवान की पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

नई दिल्ली। देवताओं के अस्त्र-शस्त्र निर्माता भगवान विश्वकर्मा की जयंती इसी सप्ताह मनाई जाएगी। इस दिन देशभर में लोग अपने औजारों की पूजा करते हैं। जोर-शोर से कल कारखानों की सजावट की जाती है। इनमें लगी मशीनों की पूजा पूरी श्रद्धा से की जाती है। विश्वकर्मा जयंती हर साल कन्या संक्रांति के दिन मनाई जाती है। इस बार ये 17 सितंबर को पड़ रही है। ऐसी मान्यता है कि पूरे विधि-विधान से भगवान की पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

पूजा-विधि

1.विश्वकर्मा पूजा के एक दिन पहले ही अपनी मशीनों और कार्यस्थल की साफ-सफाई कर लें।

2.अक्षत अर्थात चावल, फूल, मिठाई, फल रोली, सुपारी, धूप, दीप, रक्षासूत्र, पूजा की चौकी, दही, कलश और भगवान विश्वकर्मा की तस्वीर या मूर्ति आदि की व्यवस्था कर लें।

3.इसके बाद पूजा-स्थल पर एक स्वच्छ चौकी रखें।

4.इस चौकी पर चावल के आटे से अष्टदल रंगोली बनाएं।

5.अब इसके ऊपर 7 प्रकार के अनाज रखें।

6.इसके बाद इस स्थान पर भगवान विश्वकर्मा की फोटो या मूर्ति की स्थापना करें।

7.हाथों में थोड़ा अक्षत लेकर ओम भगवान विश्वकर्मा देव शिल्पी इहागच्छ इह सुप्रतिष्ठो भव मंत्र का जप करें।

8.इसके बाद सभी मशीनों और औजारों का तिलक करें।

9.पूजा में औजारों और मशीनों पर पुष्प चढ़ाएं।

10.कलश को रोली अक्षत कर भगवान विश्वकर्मा के सामने रखें।

11.अब हाथों में अक्षत लेकर ओम पृथिव्यै नमः, ओम अनंतम नमः, ओम कूमयि नमः, ओम श्री सृष्टतनया सर्वसिद्धया विश्वकर्माया नमो नमः का मंत्र उच्चारण करें।

12.अब ये अक्षत सभी मशीनों, भगवान विश्वकर्मा और चारो ओर छिड़क दें।

13.इसके बाद श्री विश्वकर्मा को मिठाई भोग लगाकर भगवान की आरती कर प्रणाम करें।

14.इसके बाद लोगों में प्रसाद का वितरण करें।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Newsroompost इसकी पुष्टि नहीं करता है।