नई दिल्ली। भारतीय शास्त्रों के मुताबिक दीपदान (Deepdaan) का काफी महत्व है। दीपक जलाने से न सिर्फ घर बल्कि जीवन में भी उजाला आता है और अंधकार दूर होता है। मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के अगले दिन दीपक जलाना काफी शुभ माना जाता है। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपकी शत्रुबाधा दूर हो जाएगी।
दीपदान को किसी भी विपत्ति के निवारण का सबसे उत्तम उपाय माना गया है। कहा तो ये भी जाता है कि दीपदान के द्वारा ही हम अपनी मनोकामनाओं को ईश्वर तक पहुंचाते हैं। ऐसे में हम आपको संक्रांति के दूसरे दिन से दीपक जलाने से होने वाला लाभ के बारे में बता रहे हैं।
— सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करने के लिए संक्रांति के दूसरे दिन से एक पाव तेल का दीपक अगले 21 दिन तक जलाना चाहिए।
— सभी तरह के शत्रुओं के नाश के लिए 75 बत्ती वाले दीपक को जलाना चाहिए।
— पुत्र प्राप्ति के लिए एक पाव तेल का दीपक संक्रांति से लेकर अगले 19 दिन तक लगातार जलाना चाहिए।
— अस्सी तोला तेल से संक्रांति के अगले दिन से लगातार 20 दिन तक दीपक जलाने से व्यक्ति को असाध्य रोग से छुटकारा मिलता है।
— चौंसठ तोला तेल से दीपदान करने पर ग्रह का कष्ट दूर होता है।