नई दिल्ली। आज मोहिनी एकादशी (Mohini Ekadashi) है। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोहिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूजा की जाती है। मोहिनी एकादशी का जो भी व्रत रखता है, वो बुद्धिमान और लोकप्रिय होता है। मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा की जाती है।
मान्यता है कि मोहिनी एकादशी के दिन अगर भगवान विष्णु की पूरे विधि-विधान से पूजा की जाए तो वो प्रसन्न होकर भक्तों को मनचाहा वरदान देते हैं साथ ही सभी कष्टो से मुक्त करते हैं।
मोहिनी एकादशी पूजा विधि
— मोहिनी एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठें, स्नानआदि कर पूजा घर में एक आसन की स्थापना करें।
— पूजा स्थान पर एक पीले रंग का कपड़ा बिछा दें और भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित करें।
— अब मोहिनी एकादशी व्रत एवं पूजा का संकल्प लें।
— फिर भगवान विष्णु को पीले फूल, फल, पंचामृत, तुलसी, धूप, दीप, गंध, अक्षत्, चंदन, रोली आदि अर्पित करें।
— इसके बाद मोहिनी एकादशी व्रत की कथा का पाठ करें।
— फिर भगवान विष्णु की आरती करें। आपने जो भी भोग लगाया है, उसमें से कुछ प्रसाद घर परिवार में बांट दें।
— व्रत के दौरान इस बात का जरुर ध्यान रखें कि किसी के भी लिए मन में कोई द्वेष न हो, साथ ही किसी की बुराई से भी बचें।
मोहिनी एकादशी मुहूर्त
22 मई दिन शनिवार को मोहिनी एकादशी सुबह 09 बजकर 15 मिनट पर शुरू हो रही है। इस तिथि का समापन 23 मई को सुबह 06 बजकर 42 मिनट पर होगा। एकादशी की उदया तिथि 23 मई को प्राप्त हो रही है, ऐसे में मोहिनी एकादशी का व्रत 23 मई को रखा जाएगा। इस दिन ही फलाहार करते हुए व्रत रहना है और भगवान विष्णु की पूजा करनी है।