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Mokshada Ekadashi 2020: कब है मोक्षदा एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त

Mokshada Ekadashi 2020: हिंदू धर्म में एकादशी (Ekadashi) का महत्व काफी ज्यादा है। साल में कुल 24 एकादशियां होती है। हर एकादशी का अपना महत्व होता है। लेकिन जिस साल अधिकमास आता है उस साल 26 एकादशियां हो जाती है। इस साल की आखिरी एकादशी 25 दिसंबर को पड़ रही है। जो मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi) है।

नई दिल्ली। हिंदू धर्म में एकादशी (Ekadashi) का महत्व काफी ज्यादा है। साल में कुल 24 एकादशियां होती है। हर एकादशी का अपना महत्व होता है। लेकिन जिस साल अधिकमास आता है उस साल 26 एकादशियां हो जाती है। इस साल की आखिरी एकादशी 25 दिसंबर को पड़ रही है। जो मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi) है। ये एकादशी मार्गशीर्ष मास के शुक्लपक्ष की एकादशी को पड़ती है इसलिए इसे मोक्षदा एकादशी कहते हैं।


कहा जाता है कि मोक्षदा एकादशी बड़े-बड़े पापों का नाश करता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस दिन अगर पूरे विधि-विधान के साथ व्रत और पूजा की जाए तो मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही भगवान विष्णु ते नाम का कीर्तन करें और राम में जागरण भी करना चाहिए।

मोक्षदा एकादशी शुभ मुहूर्त

मोक्षदा एकादशी की प्रारंभ तिथि 24 दिसंबर की रात 11 बजकर 17 मिमट से शुरू होकर 25 दिसंबर को देर रात 1 बजकर 54 मिनट तक रहेगी।

मोक्षदा एकादशी पूजा विधि

प्रात:काल उठकर स्नानादि करें, फिर मंदिर की सफाई करें। इसके बाद घर को स्वच्छ करने के लिए गंगा जल का छिड़काव करें। इसके बाद भगवान विष्णु को भी गंगागल से स्नान कराएं। इसके बाद उन्हें रोली, चंदन, अक्षत और फूल अर्पित करें। अब भगवान को भोग लगाएं। इसके बाद पूजा करें और फिर भगवान गणेश, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की आरती उतारें।

आप एकादशी व्रत कथा और महत्व के बारे में जानते ही हैं। यह भी सभी जानते हैं कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। लेकिन क्या आप ये जानते है कि एकादशी एक देवी थी जिनका जन्म भगवान विष्णु से हुआ था। इसी दिन से एकादशी व्रत शुरु हुआ था और इसी वजह से इसका काफी महत्व होता है।