नई दिल्ली। सावन (Sawan) माह में पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) पड़ती है। इस दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है। सच्चे मन से उनकी पूजा करने से वो प्रसन्न होते हैं साथ ही अपने भक्तों तो मनवांछित फल देते हैं। इस बार ये त्योहार 18 अगस्त, बुधवार को मनाया जाएगा। जो भी भक्त ये व्रत करते हैं वो दशमी तिथि की रात से ही व्रत का नियम मानना शुरू कर देते हैं। मान्यता है कि दशमी की शाम के बाद से भोजन नहीं करना चाहिए।
पुत्रदा एकादशी पूजा का शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारम्भ – अगस्त 18, 2021 को 03:20 ए एम बजे
एकादशी तिथि समाप्त – अगस्त 19, 2021 को 01:05 ए एम बजे
पुत्रदा एकादशी पूजा विधि
इसके बाद अगली सुबह यानी एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानआदि करें फिर सवच्छ कपड़े पहन कर श्रीहरि का ध्यान करें। इसके बाद व्रत का संकल्प लें। पूजा के लिए भगवान विष्णु की प्रतिमा के आगे घी का दीपक जलाएं और उनकी पूजा करें। पूरे विधि-विधान के साथ कलश की स्थापना करें। फिर कलश को लाल कपड़े से बांधें। इसके बाद श्रीहरि की प्रतिमा को स्नान आदि करा कर नए वस्त्र पहनाएं। इसके बाद धूप-दीप से आरती करें।