नई दिल्ली। आषाढ़ मास का कृष्ण पक्ष अब खत्म होने वाला है और शुक्ल पक्ष की शुरुआत होने वाली है। शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं। आषाढ़ मास या जुलाई माह की विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi 2021) 13 जुलाई दिन, मंगलवार को पड़ रही है। इस दिन भगवान गणपति (Lord Ganesha) की पूजा की जाती है। मान्यता है कि जो भी इस दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करता है, उसके संकटों का नाश होता है।
इस दिन दो शुभ योग रवि और सिद्धि बने रहे हैं। जो लोग विनायक चतुर्थी का व्रत रखते हैं, वो दोपहर के शुभ मुहूर्त में भगवान गणेश की पूजा करते हैं। बप्पा प्रसन्न होकर सभी कार्य बिना किसी बाधा के पूरे करते हैं। साथ ही सभी मनोकामनाओं को भी पूरी करते हैं।
इस बार बन रहे हैं दो योग
विनायक चतुर्थी के दिन दो योग बन रहे हैं। विनायक चतुर्थी का व्रत रवि योग और सिद्धि योग में होगा। इस दिन रवि योग प्रात: 05 बजकर 32 मिनट से शुरु होगा, जो अगले दिन 14 जुलाई को प्रात: 03 बजकर 41 मिनट पर खत्म होगा। वहीं, सिद्धि योग दोपहर 02 बजकर 49 मिनट तक है।
इस दिन चंद्र दर्शन की मनाही
विनायक चतुर्थी में चंद्रमा के दर्शन करने की मनाही होती है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, विनायक चतुर्थी को चंद्र दर्शन करने से कलंक लगता है।