नई दिल्ली। इस साल सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya) 14 दिसंबर को पड़ रही है। मार्गशीर्ष माह (Margashirsha month) की कृष्ण पक्ष की अमावस्या है। सोमवार को ये अमावस्या पड़ रही है। इसके कारण इसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। हिंदू धर्म में पवित्र नदियों में स्नान और दान को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन भी स्नान और दान का काफी महत्व है।
सोमवती अमावस्या का महत्व
सोमवती अमावस्या के दिन स्नान और दान करने से काफी लाभ मिलता है। जीवन में सुख तो आएगा ही साथ ही कई प्रकार की परेशानियों से मुक्ति मिलेगी। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन पितरों की भी पूजा की जाती है। ऐसा करने से पितरों का भी आर्शीवाद प्राप्त होता है। इस दिन पितरों को तर्पण किया जाता है।
इन बातों का रखें ध्यान
मार्गशीर्ष मास को भगवान कृष्ण का सबसे प्रिय मास माना जाता है। इस माह में पवित्र नदी में स्नान करने से कई प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है। साथ ही इस माह में शंख की भी पूजा की जाती है। शंख को भगवान विष्णु का स्वरुप बताया जाता है। इस दिन व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
सोमवती अमावस्या पर पंचग्रही योग
ज्योतिष के मुताबिक 14 दिसंबर को सोमवती अमावस्या पर विशेष योग बन रहा है। इस साल पंचग्रही योग का निर्माण हो रहा है। इसलिए इस दिन को दान और पुण्य के लिए काफी ज्यादा शुभ माना जा रहा है।