नई दिल्ली। कल यानी 3 मई को अक्षय समृद्धि, अक्षय पुण्य, अक्षय सुख, अक्षय शांति प्रदान करने वाला पर्व अक्षय तृतीया है। इस दिन दान पुण्य करने से मोक्ष प्राप्त होता है और पितृ दोष भी दूर होते हैं। इसके अलावा इस दिन सोना खरीदने की भी परंपरा है। इस परंपरा की शुरूआत कैसे हुई इस विषय में कोई ठोस प्रमाण नहीं मिलता है। लेकन इस पर्व पर सोना खरीदना काफी शुभ माना जाता है, लेकिन जो लोग सोना खरीदने में असमर्थ होते हैं उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं। हम उनके लिए भी एक आसान सा उपाय लाए हैं। सोने की जगह आप जौ भी खरीद सकते हैं। जौ को शास्त्रों में स्वर्ण कहा गया है। थोड़े से जौ खरीदकर भगवान विष्णु माता लक्ष्मी को अर्पित करें और उसके बाद इसे उनके आशीर्वाद स्वरूप लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी रखने और धन रखने के स्थान पर रख सकते हैं।
जौ न केवल नकारात्मकता को दूर करता है, बल्कि इसे आरोग्य प्रदान करने वाला भी माना जाता है। यही कारण है कि लोग जौ से उत्पन्न जयंती को माता के आशीर्वाद के तौर पर लोग सिर पर रखते हैं। कुछ लोग इसे अपनी शिखा में भी बांधते हैं। अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु जी को जौ अर्पित करने के बाद कम से कम 5 रूपये का या सवा किलो जौ खरीदकर किसी ब्राम्हण को दान कर दें। इस दान को शास्त्रों में बेहद उच्च कोटि का दान कहा गया है। इसके अलावा अक्षय तृतीया के दिन जौ खरीदकर अपने आंगन में बो सकते हैं।
कहा जाता है कि जौ बोने के बाद उसकी उपज जितनी अच्छी होती है घर में उतनी ही समृद्धि भी आती है। जौं से उगी जयंती का जूस पीना स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होता है। अक्षय तृतीया पर जौं का सत्तू दान करना भी काफी अच्छा माना जाता है।