newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Janmashtami 2021: जन्माष्टमी आज, ये है शुभ मुहूर्त, पूजा में शामिल जरूर करें ये चीजें

Janmashtami 2021: जन्माष्टमी के दिन बाल गोपाल की पूजा का मुहूर्त सोमवार रात 11:59 बजे से शुरू होकर रात 12:44 मिनट तक रहेगा। जन्माष्टमी के दिन रोहिणी नक्षत्र की शुरुआत सुबह 6 बजकर 39 मिनट से शुरू होकर अगले दिन सुबह 9 बजकर 43 मिनट तक रहेगा।

नई दिल्ली। हिंदू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी का अपना खास महत्व होता है। हर साल भादों के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है इस बार जन्माष्टमी 30 अगस्त यानी आज देशभर में धूमधाम के साथ मनाई जा रही है। इस दिन लोग न सिर्फ मंदिरों में भगवान की पूजा-अर्चना के लिए जाते हैं बल्कि कई लोग अपने घरों में कृष्ण जी को लेकर आते हैं। जिससे उनके जीवन में प्रभु की कृपा बनी रहे। तो चलिए आपको बताते हैं क्या है जन्माष्टमी का शुभ मुहुर्त, कैसे करें पूजा, पूजा में किन चीजों इस्तेमाल करना चाहिए…

krishn janstami

जन्माष्टमी का शुभ समय

जन्माष्टमी के दिन बाल गोपाल की पूजा का मुहूर्त सोमवार रात 11:59 बजे से शुरू होकर रात 12:44 मिनट तक रहेगा। जन्माष्टमी के दिन रोहिणी नक्षत्र की शुरुआत सुबह 6 बजकर 39 मिनट से शुरू होकर अगले दिन सुबह 9 बजकर 43 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा हर्षण योग सुबह 7 बजकर 48 मिनट से शुरू होगा। सुबह 6 बजकर 39 मिनट से 31 अगस्त को सुबह 5 बजकर 59 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा।

krishn janmastmi

पूजा में ये चीजें करें शामिल

कृष्ण जन्माष्टमी पर बालगोपाल के लिए झूला, बालगोपाल की लोहे या तांबे से बनी मूर्ति, बांसुरी, बालगोपाल को पहनाने के लिए कपड़े, श्रृंगार के लिए गहने, केसर, सिंदूर, सुपारी, अक्षत, मक्खन, गंगाजल, धूप बत्ती, कुमकुम, कपूर, बालगोपाल के झूले को सजाने के लिए फूल, तुलसी के पत्ते, चंदन, कमलगट्टे, तुलसीमाला, धनिया खड़ा, शकर, शुद्ध घी, दही, पान के पत्ते, पुष्पमाला, लाल कपड़ा, केले के पत्ते, शहद, दूध और मिश्री आदि।

ऐसे करें पूजा

  • सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें।
  • अब घर के मंदिर को अच्छे से साफ करें।
  • घर के मंदिर में दीया जलाएं।
  • अब सभी देवी-देवताओं का जलाभिषेक करें।
  • जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण के बाल रूप यानी लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है ऐसे में इनका भी जलाभिषेक करें।
  • अब लड्डू गोपाल को झूले पर बैठाएं।
  • अब लड्डू गोपाल को झूला झूलाएं।
  • इसके बाद अपनी इच्छा के अनुसार लड्डू गोपाल को भोग लगाएं। यहां इस बात का ख्याल रखें कि बाल गोपाल को केवल सात्विक चीजों का भोग लगाया जाना चाहिए।
  • लड्डू गोपाल की सेवा एक छोटे बेटे की तरह की जानी चाहिए।
  • जन्माष्टमी के दिन रात्रि पूजा की खास महत्व होता है क्योंकि इसी दिन रात के वक्त श्री कृष्ण का जन्म हुआ था ऐसे में आपको रात्रि में भगवान
  • श्री कृष्ण की विशेष पूजा करनी चाहिए।
  • लड्डू गोपाल को लगाए जाने वाले भोग में मिश्री, मेवा शामिल होना चाहिए।
  • अब आप लड्डू गोपाल की आरती उतारें।
  • दूसरे दिनों के मुकाबले इस दिन लड्डू गोपाल की जितनी हो सके उतनी सेवा और ध्यान रखना चाहिए।