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Retail Inflation Data : भारतीय अर्थव्यवस्था को महंगाई से मिली बड़ी राहत, नवंबर महीने में खुदरा महंगाई दर घटकर 5.88 फीसदी रही

Retail Inflation Data : देशभर में खुदरा महंगाई दर में गिरावट का सबसे बड़ा कारण खाद्य वस्तुओं के महंगाई दर में आई गिरावट है। अक्टूबर 2022 में खाद्य महंगाई दर 7.01 फीसदी थी जो नवंबर में घटकर 4.67 फीसदी रह गई है।

नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक राहत की खबर सामने आई है। भारतीय इकोनॉमी में नवंबर महीने में खुदरा महंगाई दर 5.88 फीसदी पर घटकर आ गया है जबकि अक्टूबर 2022 में खुदरा महंगाई दर 6.77 फीसदी रही थी। एक वर्ष पूर्व नवंबर 2021 में खुदरा महंगाई दर 4.91 फीसदी रही थी। खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर में भारी कमी आई है। नवंबर महीने में खाद्य महंगाई दर 4.67 फीसदी पर आ गया है जबकि अक्टूबर में खाद्य महंगाई दर 7.01 फीसदी थी। वहीं नवंबर महीने में शहरी के साथ ग्रामीण दोनों ही इलाकों में खाद्य महंगाई में गिरावट आई है।

बात दें कि देशभर में खुदरा महंगाई दर में गिरावट का सबसे बड़ा कारण खाद्य वस्तुओं के महंगाई दर में आई गिरावट है। अक्टूबर 2022 में खाद्य महंगाई दर 7.01 फीसदी थी जो नवंबर में घटकर 4.67 फीसदी रह गई है। वहीं अक्टूबर में शहरी इलाकों में खुदरा महंगाई दर 6.53 फीसदी थी जो नवंबर में 3.69 फीसदी पर आ गई है। जबकि ग्रामीण इलाकों में खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में 7.30 फीसदी थी जो घटकर नवंबर में 5.22 फीसदी पर आ गई है। साग-सब्जियों की महंगाई दर -8.08 फीसदी पर आ गई है। तो फलों की महंगाई दर 2.62 प्रतिशत रही है।

लेकिन ग्राहकों के लिए सबसे बड़ी राहत की खबर ये है कि खुदरा महंगाई दर आरबीआई के टोलरेंस बैंड के अपर लेवल 6 प्रतिशत के नीचे आ गिरा है। आरबीआई ने 2 से 6 फीसदी महंगाई दर का टोलरेंस बैंड तय किया हुआ है। लेकिन लगातार खुदरा महंगाई दर आरबीआई के टोलरेंस बैंड को पार कर ऊपर बना था। अप्रैल में खुदरा महंगाई दर 7.79 फीसदी पर जा पहुंची जिसके बाद पांच दफा मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक के बाद आरबीआई ने महंगाई पर काबू पाने के लिए रेपो रेट में बढ़ोतरी की। रेपो रेट 4 फीसदी की बढ़ोत्तरी के साथ ही 6.25 प्रतिशत हो गई है।