नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) का राजस्व 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान रिकॉर्ड 24,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष में प्राप्त 22,755 करोड़ रुपये के राजस्व की तुलना में वित्त वर्ष 2021-2022 के दौरान कंपनी का राजस्व छह प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,000 करोड़ रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर माधवन ने कहा, “गत वर्ष की पहली तिमाही के दौरान कोविड -19 की दूसरी लहर की चुनौतियों के कारण हुई उत्पादन हानि के बावजूद, कंपनी वर्ष की शेष अवधि के दौरान बेहतर प्रदर्शन के दम पर लक्षित राजस्व वृद्धि को पूरा कर सकी है।”
कोविड -19 की दूसरी लहर के दौरान अप्रैल और मई 2021 में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स को विभिन्न डिवीजन में चरणबद्ध तरीके लॉकडाउन की घोषणा करनी पड़ी थी। कर्मचारियों ने लॉकडाउन के दौरान उत्पादन में हुई हानि की भरपाई के लिये जून और जुलाई 2021 में देर तक काम किया।इसके अलावा बेहतर वित्तीय प्रदर्शन और नकदी प्रवाह की स्थिति के आधार पर क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों केयर रेटिंग्स और इक्रा लिमिटेड ने आलोच्य वित्त वर्ष के दौरान कंपनी की क्रेडिट रेटिंग को एए प्लस स्टेबल से एएए/स्टेबल में अपग्रेड कर दिया।
HAL scales new peak, records revenue of over Rs 24,000 crores for F.Y 2021-22 registering a 6% revenue growth with production of 44 new helicopters/aircraft, 84 new engines, overhauling 203 aircraft / helicopters and 478 engines. @SpokespersonMoD @drajaykumar_ias @DefProdnIndia
— HAL (@HALHQBLR) April 1, 2022
कंपनी ने बयान में कहा है कि 44 नये हेलीकॉप्टरों/विमानों और 84 नये इंजनों के उत्पादन तथा 203 विमानों/हेलीकॉप्टरों और 478 इंजनों की मरम्मत के माध्यम से रिकॉर्ड राजस्व की प्राप्ति हुई है। हाल ही में एचएएल को 3,887 करोड़ रुपये की लागत से 15 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (एलसीएच) के उत्पादन का ऑर्डर मिला है। इनमें से 10 हेलीकॉप्टर वायुसेना के लिये और पांच सेना के लिये होंगे। आलोच्य वित्त वर्ष के दौरान बेहतर वित्तीय प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुये, एचएएल ने वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 10 रुपये प्रति शेयर के अंकित मूल्य पर 40 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश का भुगतान किया।