मुंबई। आपके लोन की ईएमआई एक बार फिर बढ़ने जा रही है। रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो रेट में एक बार फिर बढ़ोतरी की है। आरबीआई ने मौद्रिक नीति की समीक्षा के बाद रेपो रेट में 0.25 फीसदी का इजाफा करने का एलान किया है। रेपो रेट में बढ़ोतरी से बैंकों के पास रकम कम होगी। इस वजह से वे लोन पर ईएमआई की दर बढ़ाने का फैसला करने पर मजबूर हो सकते हैं। पहले भी आरबीआई रेपो रेट में बढ़ोतरी कर चुका है और हर बार बैंकों ने लोन पर ईएमआई को बढ़ाने का फैसला किया था।
रेपो रेट में बढ़ोतरी का एलान आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने किया। इस बढ़ोतरी के साथ ही रेपो रेट अब 6.50 फीसदी हो गया है। आरबीआई गवर्नर के मुताबिक महंगाई को कंट्रोल में रखने के लिए रेपो रेट में बढ़ोतरी का फैसला मौद्रिक नीति की समीक्षा करने वालों ने किया। रेपो रेट में इजाफे का फैसला बोर्ड ने आमराय से किया है। इससे पहले आरबीआई ने पिछले साल दिसंबर में रेपो रेट को 0.35 प्रतिशत बढ़ाया था। इससे पहले रेपो रेट को लगातार तीन बार 0.50-0.50 फीसदी बढ़ाया गया था। अब तक रेपो रेट में 2.25 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। हर बार रेपो रेट बढ़ने के बाद कर्ज की ईएमआई में बढ़ोतरी हुई थी।
महंगाई की दर की बात करें, तो ये जनवरी 2022 से तीन तिमाही तक लगातार 6 फीसदी से ज्यादा रही थी। अक्टूबर से इसमें कुछ नरमी आई थी। केंद्र सरकार ने महंगाई की दर 6 फीसदी (2 फीसदी कम या ज्यादा) के स्तर पर रखने को लक्ष्य बना रखा है। ऐसे में फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी ने रेपो रेट एक बार फिर बढ़ाने की तरफ इशारा कर दिया था। अब फेडरल रिजर्व ने कहा है कि वो ब्याज दरों को और बढ़ा सकता है। जाहिर है, आगे भी आपके लोन की ईएमआई बढ़ने के पूरे आसार हैं।