नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए वैक्सीन की खोज जारी है। ऐसे में इस महामारी से निजात पाने के लिए कई वैक्सीन के ट्रायल का दौर चल रहा है। बता दें कि अमेरिका में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के एक पैनल ने मॉडर्ना कंपनी द्वारा बनाई जा रही कोरोना वायरस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। दुनियाभर में कोरोना की वजह से जिस तरह के हालात बने हैं, उसे देखते हुए ये खबर राहत भरी है। बता दें कि पैनल ने इसे कोविड से निपटने का दूसरा विकल्प बताया है। वहीं समाचार एजेंसी रॉयटर्स द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक मंजूरी देने वाली कमेटी ने 20-0 के मत के साथ कहा कि मॉर्डना की ये वैक्सीन 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों में कोरोना के खतरे को कम करने में कारगर है। गौरतलब है कि इसी पैनल ने करीब एक सप्ताह पहले फाइजर और जर्मन पार्टनर BioNTech की वैक्सीन को हरी झंडी दी थी।
फिलहाल मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिलने से कोरोना से निपटने का एक और विकल्प मिल गया है। इसके ट्रायल को लेकर सामने आए नए डेटा में इसे सुरक्षित और कारगर पाया गया है। बता दें कि अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने बीते दिनों मॉडर्ना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी देने के संकेत दिए थे। वहीं फाइजर की वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है। ब्रिटेन में इसका इस्तेमाल भी शुरू हो गया है।
मॉर्डना के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के बाद अमेरिका में कोरोना जैसी महामारी से निपटने को लेकर उम्मीद बढ़ गई है। बता दें कि दुनियाभर में अमेरिका ही सबसे अधिक कोरोना से प्रभावित रहा। इस वायरस की वजह से अमेरिका में तीन लाख लोग कोरोना की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। अमेरिका कोरोना की वजह से अभी मौतें जारी हैं, बीते बुधवार को संक्रमण के चलते 3,580 लोगों की मौत हो गई थी।