newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Omicron: फरवरी में भारत में आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर, 12 राज्यों में 145 मरीज हुए, विदेश में भी हालात गंभीर

भारत में अगले साल फरवरी में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। ये भविष्यवाणी नेशनल कोविड सुपरमॉडल कमेटी ने की है। कमेटी के मुताबिक अब तक 12 राज्यों में 145 ओमिक्रॉन मरीज मिल चुके हैं। अगर सिलसिला ऐसे ही जारी रहा, तो हालात गंभीर हो सकते हैं।

नई दिल्ली। भारत में अगले साल फरवरी में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। ये भविष्यवाणी नेशनल कोविड सुपरमॉडल कमेटी ने की है। कमेटी के मुताबिक अब तक 12 राज्यों में 145 ओमिक्रॉन मरीज मिल चुके हैं। इनमें महाराष्ट्र में 48, दिल्ली में 22, तेलंगाना में 20, राजस्थान में 17, कर्नाटक में 14, केरल में 11, गुजरात में 7, यूपी में 2, आंध्रप्रदेश, चंडीगढ़, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में 1-1 केस हैं। अगर सिलसिला ऐसे ही जारी रहा, तो हालात गंभीर हो सकते हैं। कमेटी के चीफ विद्यासागर के हवाले से एक टीवी चैनल ने बताया कि तीसरी लहर पहले के मुकाबले कम खतरनाक हो सकती है। विद्यासागर के मुताबिक अभी देश में कोरोना के हर रोज करीब साढ़े 7 हजार मामले आ रहे हैं। जब ओमिक्रॉन वैरिएंट मुख्य वायरस के तौर पर डेल्टा वैरिएंट की जगह लेगा, तो मरीजों की संख्या में अभूतपूर्व बढ़ोतरी होगी। बता दें कि नीति आयोग के मेंबर डॉ. वीके पॉल पहले ही कह चुके हैं कि तीसरी लहर के दौरान हर रोज 14 से 15 लाख नए मरीज देखने को मिल सकते हैं।

who

इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO के मुताबिक दुनिया के 89 देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट फैल चुका है। ये वैरिएंट डेल्टा के मुकाबले 70 गुना तेजी से फैलता है। इसके लक्षण हल्के होने की वजह से मरीज को बीमारी होने का पता नहीं चला। संगठन के मुताबिक ओमिक्रॉन के मामले तीन दिन में ही दोगुने होते देखे जा रहे हैं। संगठन ने ‘एनहैंसिंग रेडिनेस फॉर ओमीक्रोन (बी.1.1.529): टेक्निकल ब्रीफ एंड प्रायोरिटी एक्शन्स फॉर मेंबर स्टेट्स’ रिपोर्ट में आशंका जताई है कि ओमीक्रोन उन जगह डेल्टा से आगे निकल जाएगा, जहां सामुदायिक स्तर पर संक्रमण तेजी से फैल रहा है।

Britain

उधर, ओमिक्रॉन की वजह से विदेश में भी हड़कंप की स्थिति है। जर्मनी ने ब्रिटेन को ज्यादा जोखिम वाले देशों की लिस्ट में शामिल कर दिया है। जर्मन स्वास्थ्य प्राधिकरण ने शनिवार देर रात बताया है कि ब्रिटेन को कोविड के उच्च जोखिम वाले देशों की सूची में जोड़ा गया है, जिसका साफ मतलब है कि यात्रा को लेकर कई सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं। बताया गया है ये फैसला कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के तेजी से बढ़ रहे मामलों को देखते हुए लिया गया है।