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ICSE Board Exam: CBSE के बाद ICSE ने भी रद्द की 12वीं परीक्षा

ICSE Board Exam: सीबीएसई के बाद ICSE बोर्ड ने भी 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी है। काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (आईसीएसई) बोर्ड का कहना है कि आईसीएसई बोर्ड की 12वीं कक्षाओं की परीक्षाएं कैंसल कर दिए गए हैं।

नई दिल्ली। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद सीबीएसई की 12वीं परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया गया। इसके ठीक बाद ICSE की तरफ से भी 12वीं की परीक्षा रद्द करने का ऐलान कर दिया गया।

icse students

सीबीएसई के बाद ICSE बोर्ड ने भी 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी है। काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (आईसीएसई) बोर्ड का कहना है कि आईसीएसई बोर्ड की 12वीं कक्षाओं की परीक्षाएं कैंसल कर दिए गए हैं। परीक्षाएं रद्द करने के बाद अंक देने के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया के मानदंडों का जल्द फैसला होगा। हालांकि आईएससी छात्रों को परीक्षा में बैठने के लिए बाद में एक मौका दिया जाएगा।

पीएम मोदी की अध्यक्षता में लिया गया फैसला, सीबीएसई बोर्ड 12वीं की परीक्षा रद्द

सीबीएसई की  बारहवीं की परीक्षा को लेकर जारी बैठक की अध्यक्षता पीएम नरेंद्र मोदी ने की। आज ही केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें AIIMS में भर्ती कराया गया है। इसके पहले इस परीक्षा के आयोजन को लेकर सभी राज्यों से राय मांगी गई थी। इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि इस साल 12वीं की परीक्षा को सीबीएसई बोर्ड की 10वीं की परीक्षा की तरह रद्द किया जा रहा है। पीएम मोदी ने परीक्षा रद्द करने को लेकर कहा कि सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा पर फैसला छात्रों के हित में लिया गया है।

PM Narendra Modi

वहीं उन्होंने कहा कि बारहवीं कक्षा के परिणाम समयबद्ध तरीके से एक अच्छी तरह से परिभाषित मानदंड के अनुसार बनाए जाएंगे। वहीं पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे छात्रों का स्वास्थ्य और सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है और इस पहलू पर कोई समझौता नहीं होगा। पीएम ने आगे कहा कि कोरोना की वजह से परीक्षा को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों में चिंता थी जिसे दूर किया जाना चाहिए था। ऐसे में ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में छात्रों को परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। इसलिए परीक्षा को रद्दा करने का फैसला लिया गया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने अपील की कि इस निर्णय के लिए सभी हितधारकों को छात्रों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है।


इस समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री के सामने अधिकारियों ने अब तक हुए व्यापक विचार और परामर्श के साथ राज्य सरकारों सहित सभी हितधारकों से प्राप्त विचारों पर एक विस्तृत प्रस्तुति के जरिए उन्हें इसके बारे में सभी जानकारियां दी।

इसके बाद कहा गया कि COVID के कारण अनिश्चित परिस्थितियों और विभिन्न हितधारकों से प्राप्त प्रतिक्रिया को देखते हुए, यह निर्णय लिया गया कि इस वर्ष बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। यह भी निर्णय लिया गया कि सीबीएसई बारहवीं कक्षा के छात्रों के परिणामों को एक अच्छी तरह से परिभाषित उपयुक्त मानदंड के अनुसार समयबद्ध तरीके से संकलित करने के लिए कदम उठाएगा।

PM Narendra Modi

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा पर फैसला छात्रों के हित में लिया गया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने अकादमिक कैलेंडर को प्रभावित किया है और बोर्ड परीक्षाओं का मुद्दा छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के बीच अत्यधिक चिंता पैदा कर रहा है। इस चिंता को समाप्त करना जरूरी था। पीएम ने कहा कि देश भर में कोविड की स्थिति गंभीर बनी हुई है। हालांकि देश में धीरे-धीरे संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं और कुछ राज्य प्रभावी सूक्ष्म-नियंत्रण के माध्यम से स्थिति का प्रबंधन कर रहे हैं, वहीं कुछ राज्यों ने अभी भी लॉकडाउन का विकल्प चुना है। ऐसे में छात्रों के स्वास्थ्य को लेकर छात्र, अभिभावक और शिक्षक स्वाभाविक रूप से चिंतित हैं। पीएम ने कहा कि ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में छात्रों को परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि हमारे छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का अत्यधिक महत्व है और इस पहलू पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज के समय में इस तरह की परीक्षाएं हमारे युवाओं को जोखिम में डालने का कारण बन सकती हैं। पीएम ने कहा कि सभी हितधारकों को छात्रों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है। पीएम ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि परिणाम अच्छी तरह से परिभाषित मानदंडों के अनुसार निष्पक्ष और समयबद्ध तरीके से तैयार किए जाएं।