नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने खुद से संबधित स्कूलों को कक्षा 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा और अन्य एक्टिविटीज़ जैसे प्रोजेक्ट और असेसमेंट को पूरा करने के लिए 1 मार्च से 11 मार्च तक करने के निर्देश दे दिये हैं। क्योंकि ज्यादातर राज्यों में स्कूल खुल चुके हैं और चूंकि थ्योरी की तो क्लासेस फिर भी ऑनलाइन चल रही थीं पर प्रैक्टिकल की तैयारी नहीं हो पाई है। जिसके लिए ये निर्देश दिए हैं ताकि छात्रों को तैयारी के लिए वक्त मिल जाए। आपको बता दें 10वीं और 12वीं की परीक्षा 4 मई से शुरू हो रही हैं।
क्या होंगे नियम?
सीबीएसई ने कोरोना की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुये स्कूलों को सावधानियां बरतने के लिए कहा है, जैसे प्रैक्टिकल परीक्षा (Practical Exams) कराने से पहले क्लास को सेनेटाइज़ कराना, मास्क लगाना सुनिश्चित करना और सबसे खास बात ये कि 25 बच्चों के सब समूह भी बनाएं और उसी समूह के हिसाब से एक समय में एक समूह ही प्रैक्टिकल परीक्षा देगा और बाहर आने-जाने के लिए भी नियम का पालन करना जरूरी है।
प्रैक्टिकल परीक्षा में पारदर्शिता
प्रैक्टिकल परीक्षा में पारदर्शिता रहे इसके लिए कहा गया है कि अगर बोर्ड द्वारा नियुक्त परिक्षक ही प्रैक्टिकल लें और असेसमेंट पूरा होने के बाद सही नबंर अपलोड करें। अगर स्कूलों ने लापरवही की तो परीक्षा रद्द कर दी जायेगी।