नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कोरोना महामारी के चलते एकेडमिक सत्र 2022 (Academic Session – 2022) के परीक्षा पैटर्न में कई अहम बदलाव किए हैं। इसकी घोषणा सोमवार को सीबीएसई ने की है। सीबीएसई द्वारा डिटेल्ड नोटिफिकेशन में बताया गया है कि सत्र-2022 में भी आंतरिक मूल्यांकन की मदद से बोर्ड रिजल्ट तैयार किया जाएगा।
इतना ही नहीं छात्रों की परेशानी को कम करने के लिए कोर्स को दो भागों में बांटा जाएगा। पहले 50% कोर्स की परीक्षा टर्म-1 एग्जाम के रूप में नवंबर-दिसंबर 2021 में आयोजित की जाएगी और कोर्स के दूसरे 50% की परीक्षा टर्म-2 एग्जाम/वार्षिक परीक्षा के रूप में मार्च-अप्रैल 2022 में आयोजित की जाएगी।
इसके साथ ही सत्र 2022 के लिए बनाई अपनी स्कीम में कई अहम बदलाव किए हैं। 10वीं, 12वीं के छात्र सीबीएसई की वेबसाइट cbse.nic.in पर जाकर पूरा नोटिफिकेशन देख सकते हैं।
पढ़ें नए पैर्टन की 5 बड़ी बातें
1. पहले टर्म की परीक्षा नवंबर-दिसंबर 2021 में होगी जबकि दूसरे टर्म की परीक्षा मार्च-अप्रैल 2022 में होगी।
2. प्रत्येक टर्म में करीब 50-50 फीसदी सिलेबस को कवर किया जाएगा होगा।
3. परीक्षाओं में बहुविकल्पीय वस्तुनिष्ठ प्रश्न (एमसीक्यू) होंगे, ये एमसीक्यू घटना आधारित और अन्य प्रकार के हो सकते हैं।
4. पहले टर्म की परीक्षा का समय 90 मिनट और दूसरे टर्म की परीक्षा दो घंटे की होगी।
5. कोरोना की स्थिति में दूसरे टर्म की भी परीक्षा 90 मिनट की होगी।