नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) की सर्वोच्च संस्था कार्यकारी परिषद (EC) व विद्वत परिषद (AC) के लिए होने वाले चुनाव सम्पन्न हो गए। दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक मामलों को देखने वाली सर्वोच्च संस्था कार्यकारी परिषद व विद्वत परिषद के चुनाव में विभिन्न राजनैतिक पार्टियों के शिक्षक संगठनों ने अपने उम्मीदवारों को उतारा है।
कार्यकारी परिषद व विद्वत परिषद के लिए हुए चुनाव के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय की आर्ट्स फैकल्टी में शनिवार 13 फरवरी से वोटों की गिनती शुरू हो गई है जो कई दिन चलेगी।
कार्यकारी परिषद में दो सदस्यों के चुनाव के लिए पांच उम्मीदवार मैदान में है। इन राजनितिक पार्टियों में भाजपा समर्थित एनडीटीएफ के उम्मीदवार डॉ वीएस नेगी, आम आदमी पार्टी समर्थित डीटीए के उम्मीदवार डॉ. नरेंद्र कुमार पाण्डेय, लेफ्ट समर्थित डॉ देव कुमार, एकेडेमिक फॉर एक्शन से डॉ. सीमा दास व स्वतंत्र के रूप में विकास कुमार चुनाव लड़ रहे हैं।
डीटीए के प्रभारी डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि उनके पोलिंग बूथ नम्बर 33 श्री अरबिंदो कॉलेज में 198 वोटों में से 186 वोट पड़ी। यानी 94 फीसदी वोट पड़ी है। विद्वत परिषद में 26 सदस्यों के लिए चुनाव होता है, जिसमें महिला कोटा, डिपार्टमेंट कोटा व प्रोफेशनल कोटे के अंतर्गत 9 सदस्यों को पहले ही निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है। अब 17 सदस्यों के लिए 23 उम्मीदवार मैदान में है। एनडीटीएफ, डीटीए वामपंथी, आद, समाजवादी शिक्षक मंच, यूटीएफ, सिटीएफ के अतिरिक्त स्वतंत्र विचारधाराओं वाले 6 सदस्य खड़े हुए हैं।
डॉ. सुमन ने बताया है कि यह पहला अवसर है जब ईसी और एसी के चुनाव में विभिन्न राजनैतिक पार्टियों के लोग अपने-अपने पक्ष में वोट डालने के लिए फोन ,वाट्सअप और सोशल मीडिया के माध्यम से शिक्षकों को वोट करने की अपील करते रहे।