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Jeetendra Birthday: 80 साल के हुए जितेन्द्र, जब 30 टेक के बाद भी एक्टर ठीक से नहीं बोल पाए थे डायलॉग

Jeetendra Birthday: एक्टर बचपन से ही मुम्बई में रहे हैं और उन्होंने अपनी पढ़ाई यही से की है। जितेन्द्र पहले एख चॉल में रहा करते थे। जितेन्द्र के पिता ज्वैलरी सप्लाई का काम करते थे। जब एक्टर कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे तभी इनके पिता को हार्ट अटैक आया था। घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए जितेन्द्र काम की तलाश में निकले, जहां उनकी मुलाकात फिल्ममेकर शांताराम से हुई और एक्टर ने उनसे फिल्म मांगी।

नई दिल्ली। जितेन्द्र, बॉलीवुड का वो नाम हैं जिनको बच्चे से लेकर बूढ़े तक हर कोई जानता हैं। इन्होंने तीन दशक में एक से बढ़कर एक फिल्म दी हैं। जितेन्द्र भारतीय अभिनेता है और इन्होंने अपनी एक्टिंग से दर्शकों को अपना फैन बनाया हैं। बहुत कम लोग जानते हैं कि जितेन्द्र का असली नाम रवि कपूर है लेकिन इन्हें जितेन्द्र के नाम से जाना जाता हैं। जितेन्द्र एक भारतीय अभिनेता हैं जो हिंदी सिनेमा में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। जितेन्द्र का जन्म 07 अप्रैल 1942 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था। एक्टर आज अपना 80वां जन्मदिन मना रहे हैं। तो चलिए जानते हैं एक्टर की लाइफ से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें-

30 टेक के बाद भी ठीक से डायलॉग नहीं बोल पाए थे एक्टर

दरअसल, एक्टर बचपन से ही मुम्बई में रहे हैं और उन्होंने अपनी पढ़ाई यही से की है। जितेन्द्र पहले एख चॉल में रहा करते थे। जितेन्द्र के पिता ज्वैलरी सप्लाई का काम करते थे। जब एक्टर कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे तभी इनके पिता को हार्ट अटैक आया था। घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए जितेन्द्र काम की तलाश में निकले, जहां उनकी मुलाकात फिल्ममेकर शांताराम से हुई और एक्टर ने उनसे फिल्म मांगी। शांताराम ने उस वक्त उनसे कहा कि तुम कोशिश करना चाहते हो तो कर सकते हो, लेकिन मैं तुम्हें कोई काम नहीं दूंगा, फिर अचानक से शांताराम ने जितेन्द्र को बुलाया और उनका स्क्रीन टेस्ट लेने को कहा जिसमें जितेन्द्र 30 टेक के बाद भी अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाए, ठीक से डॉयलॉग नहीं बोल पा रहे थे। जिसके बावजूद उन्हें काम मिल गया। उस वक्त जितेन्द्र को 100 रुपये महीने की पगार मिलती थी। फिल्ममेकर शांताराम ने ही उनका नाम रवि से बदलकर जितेन्द्र रखा था।

एक्टर का वर्कफ्रंट

वहीं एक्टर के वर्कफ्रंट की बात करें तो इन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में की हैं। इन्होंने हातिम ताई, हिम्मतवाला, नागिन, धर्मवीर, तोहफा, औलाद, फर्ज, मवाली, अर्पण, जानी दुश्मन, स्वर्ग से सुंदर और पाताल भैरवी जैसी शानदार फिल्में की हैं।