नई दिल्ली। अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहनेवाली कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के सामने एक नई मुसीबत आ गई है। कंगना ने हाल ही में ट्वीटर ज्वाइन किया है और उनके एक ट्वीट ने बवाल मचा दिया है। इसको लेकर कंगना के खिलाफ गुरुग्राम में मामला भी दर्ज कराया गया है। सुशांत सिंह राजपूत (Shuhant Singh Rajput) के मामले में बॉलीवुड की क़्वीन कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने नेपोटिज्म का मुद्दा उठाया और स्टार किड्स से सीधा पंगा लिया। कंगना लगातार सुशांत को लेकर और अब कई दूसरे मुद्दों को उठा कर विवाद में बनी हुई हैं। लेकिन इस बीच कंगना अपने एक ट्वीट के कारण मुश्किल में फंसती नजर आ रही हैं।
दरअसल, कंगना ने भारत में आरक्षण व्यवस्था (Reservation System) को लेकर एक ट्वीट किया जिसके बाद उनके खिलाफ गुरुग्राम में देशद्रोह की शिकायत दर्ज कराई गई है। बताया जा रहा है कि गुरुग्राम के सेक्टर 37 पुलिस-स्टेशन में ये शिकायत भीमसेना के प्रमुख नवाब सतपाल तंवर द्वारा लिखवाई गई है।
This is for my twitter family ?? pic.twitter.com/KGdJPPWrQ1
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) August 21, 2020
सतपाल तंवर का कहना है कि कंगना ने इस ट्वीट में संविधान का अपमान किया है। अनुमान है कि अब कंगना के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जा सकती है।
Especially in professions like Doctors engineers, pilots most deserving people suffer reservations, we as a nation suffer mediocrity and brilliance finds a reluctant escape to The United States.. Shame
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) August 23, 2020
ट्वीटर पर कंगना के खिलाफ मुहीम भी छेड़ी गई है और कंगना रनौत ट्विटर पर ट्रेंड कर रही हैं। अपनी आरक्षण संबंधी टिप्पणी देने के बाद ट्विटर पर #BoycottKangana ट्रेंड करने कर रहा है। वहीँ कुछ लोग कंगना के समर्थन में भी उतर आए हैं, जिसके बाद #IStandWithKangana ट्रेंड करना लगा।
Cast system has been rejected by modern Indians, in small towns every one knows it’s not acceptable anymore by law and order its nothing more than a sadistic pleasure for few, only our constitution is holding on to it in terms of reservations, Let Go Of It, Lets Talk About It ?
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) August 23, 2020
कंगना ने संविधान में आरक्षण को शामिल किए जाने को लेकर ट्वीट किया था। कंगना ने लिखा था कि मॉडर्न भारतीयों ने जाति व्यवस्था को अस्वीकार कर दिया है। लेकिन छोटे शहरों में लोग जानते है कि यह कानून अब और स्वीकार्य नहीं है। कंगना ने आगे लिखा कि कुछ लोगों के लिए यह किसी को दुख देकर खुशी पाने से ज्यादा कुछ भी नहीं है। आरक्षण पर केवल हमारा संविधान कायम है। चलो इस पर बात करते हैं।