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Ravi Kishan Birthday:आज आलीशान घर और गाड़ियों के मालिक है रवि किशन, कभी मां से 500 रुपये लेकर भाग आए थे मुम्बई

Ravi Kishan Birthday: जब रवि किशन 12 लोगों के साथ एक ही कमरे में रहकर अपने सपनों को पूरा करने की मेहनत करते रहते थे। उनकी इसी मेहनत ने उन्हें आज करोड़ों का मालिक बना दिया है। दरअसल, आज यानी 17 जुलाई को रवि किशन का जन्मदिन है।

नई दिल्ली।  छठ पूजा की संस्कृति से आने वाले रवि किशन ने सोचा भी न होगा कि उनकी किस्मत का सूरज चमक उठेगा, लेकिन अपने नाम की तरह रोजाना अपने काम में बेहतरी की बदौलत आज वो भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के रवि यानि सूरज माने जाते है। रवि किशन का यहां तक का सफर काफी स्ट्रगल भरा रहा था उन्होंने यहां तक का सफर ऐसे ही नहीं तय किया। इसके पीछे उनकी जीतोड़ मेहनत और परिवार का साथ बड़ी वजह बनी। एक वक्त था जब रवि किशन 12 लोगों के साथ एक ही कमरे में रहकर अपने सपनों को पूरा करने की मेहनत करते रहते थे। उनकी इसी मेहनत ने उन्हें आज करोड़ों का मालिक बना दिया है। दरअसल, आज यानी 17 जुलाई को रवि किशन का जन्मदिन है। आइए आज हम आपको बताते है इनके संघर्ष की कहानी…

रामलीला में सीता के रोल को निभाया

अपने हीरो बनने के सपने को पूरा करने के लिए रवि किशन ने काफी संघर्ष किया था। वहीं उनका बचपन आर्थिक तंगी में गुजरा। उनके पिता डेयरी चलाते थे और वह नहीं चाहते थे कि बेटा डांस करे। लेकिन, रवि किशन के सिर पर तो कुछ बनने का जुनून सवार था। रवि किशन का जन्म मुंबई में ही हुआ था, लेकिन उनके पिता का बिजनेस बंद हो गया जिस वजह से उन्हें वापस अपने गांव जौनपुर जाना पड़ा। रवि किशन को शुरू से सिनेमा का बहुत शौक था। उन्हें एक्टिंग से इतना प्यार था कि वह रामलीला में सीता का किरदार निभाने लगे। उनके पिताजी को ये काम बिल्कुल पसंद नहीं था। रवि किशन ने खुद एक इंटरव्यू में ये खुलासा किया था कि अभिनय के शौक की वजह से कई बार उन्हें पिता से मार भी खानी पड़ी है।

500 रुपए लेकर मुंबई आए

17 साल की उम्र में पिता के विरोध के बीच रवि किशन ने हीरो बनने का सपना देख लिया था। इसी सब के बीच 17 साल के रवि किशन मां से 500 रुपये लेकर मुंबई भाग आए। अपने सपनों को अंजाम देने के लिए वह अपने घर और परिवार से दूर मुम्बई आ गए। रवि किशन ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि, ‘उनकी मां ने उनके सपनों का हमेशा समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि ये पैसे उनकी मां ने ही उन्हें दिए थे।’

फिल्म तेरे नामसे मिली फेम

500 रुपए लेकर मुंबई आए रवि किशन उसी चॉल में जा पहुंचे जहां उनका परिवार पहले रहता था। फिल्म जगत में संघर्ष करते हुए उन्हें साल 1992 में बी-ग्रेड की फिल्म ‘पीतांबर’ में काम करने का मौका मिला। हालांकि, इसके बाद भी उन्हें अपने सपनों को अंजाम देने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। इसके बाद रवि किशन के किस्मत के ताले को चाबी तब मिली जब उन्हें बॉलीवुड के सुपसस्टार सलमान खान की फिल्म ‘तेरे नाम’ ऑफर हुई। फिल्म में उन्होंने भूमिका चावला के मंगेतर का किरदार निभाया था जिसे दर्शकों द्वारा काफी पसंद किया गया। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया।

बिग बॉस में मिली एंट्री

भोजपुरी फिल्मों का यह स्टार 2006 में बिग बॉस के जरिये हर घर में पहुंचा और अपने क्षेत्रीय अंदाज से लोगों का प्रिय भी बन गया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसके बाद उत्तर भारत के इस सितारे ने दक्षिण की फिल्मों में खलनायक की भूमिका निभाई तो वहां वे नायकों पर भारी पड़े। रवि किशन ने भोजपुरी फिल्मों से लेकर बॉलीवुड और टॉलीवुड तक का सफर तय किया। यहीं संघर्ष से लक्ष्मी उनके पास आती गई, और उन्हें अमीर बनाती गई,

आलीशान घर और गाड़ियों के मालिक हैं रवि किशन

एक चॉल के कमरे में 12 लोगों के साथ रहने वाले रवि किशन आज 12 कमरों के आलीशान घर के मालिक हैं। 2019 में सांसद बने रवि किशन गोरखपुर से चुनाव लड़े थे। अपने हलफनामे में उन्होंने उस वक्त खुद को 4 गाड़ियों का मालिक बताया था, जिनमें मर्सडीज, बीएमडब्ल्यू, इनोवा और जगुआर शामिल हैं। वह और उनकी पत्नी आज 20 करोड़ रुपये से अधिक के मालिक है। यह सब उनकी कड़ी मेहनत का नतीजा है।