नई दिल्ली। बॉलीवुड को अक्सर ग्लैमर और चकाचौंध से भरी दुनिया समझा जाता है। ऐसा बहुत हद तक सही भी है। यहां सितारों की फिल्मों से लेकर उनकी लैविश लाइफस्टाइल तक सबकुछ चर्चा में रहती है लेकिन कई बार ऐसा भी देखने को मिला है जब फिल्मों में बेशुमार नाम कमाने के बावजूद भी कई एक्टर्स पाई-पाई तक को मोहताज हो गए थे। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ एक्टर्स के बारे में जिन्होंने एक समय में फिल्मों से तो खूब शोहरत कमाई लेकिन उनका आखिरी वक्त आर्थिक तंगी और कंगाली में गुजरा।
भगवान आबाजी पालव
भगवान आबाजी पालव की कहानी बेहद दुखद है। बॉलीवुड में भगवान दादा के नाम से मशहूर डायरेक्टर भगवान आबाजी पालव ने ‘क्रिमिनल’ फिल्म से बॉलीवुड का सफ़र शुरू किया था और एक्ट्रेस गीता बाली के साथ ‘अलबेला’ जैसी हिट फ़िल्में दी। रॉयल लाइफ जीने वाले भगवान दादा की लाइफ में डाउनफॉल तब आया जब उन्होंने ‘झमेला’ और ‘लबेला’ जैसी फिल्मों का निर्माण किया। ये फ़िल्में बुरी तरह फ्लॉप रही और भगवान दादा को अपना बंगला तक बेचना पड़ गया। यही नहीं उन्हें एक साथ अपनी सात कारें बेचनी पड़ गई, जिसका इस्तेमाल वो अपने आने-जाने के लिए किया करते थे। फिल्मों के फ्लॉप होने के बाद भगवान दादा कर्ज मे इतनी बुरी तरह से डूब गए थे कि उन्हें मुंबई के एक छोटे से चॉल में शिफ्ट होना पड़ा। 2002 में दिल का दौरा पड़ने से भगवान दादा की मौत हो गई।
मीना कुमारी
बॉलीवुड की एक्स्प्रेसन क्वीन कही जाने वाली मीना कुमारी को भला कौन नहीं जानता। 6 साल की छोटी उम्र से अपने करियर की शुरुआत करने वाली मीना ने साल 1952 में लेखक-निर्देशक कमाल अमरोही से शादी कर ली लेकिन इनकी शादी ज्यादा दिनों तक नहीं टिक सकी और इनका रिश्ता बिखर गया। रिश्ता बिखरने के बाद अकेलेपन और तन्हाई ने मीना कुमारी को शराब की लत लगा दी। जिस कारण एक्ट्रेस का लीवर बेहद ही कम उम्र में खराब हो गया। अपने जीवन के आखिरी दिनों में मीना ने ‘पाकीजा’ फिल्म में काम किया था। ये फिल्म तो सुपरहिट रही थी लेकिन फिल्म की रीलिज के एक महीने बाद ही मीना कुमारी ने दुनिया को अलविदा कह दिया। ख़बरों की माने तो आखिरी दिनों में एक्ट्रेस के पास अस्पताल के बिल भरने तक के पैसे नहीं थे।
ए.के. हंगल
‘इतना सन्नाटा क्यों है भाई’? इस डायलॉग से फेमस हुए मशहूर अभिनेता ए.के. हंगल ने 225 से भी ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया। इतनी फिल्मों में अभिनय करने के बावजूद भी एक समय ऐसा आया जब ए.के. हंगल की माली हालत इतनी ज्यादा बिगड़ गई थी कि उनके पास खुद का इलाज कराने तक के पैसे नहीं थे। जब महानायक अमिताभ बच्चन को उनकी हालत के बारे में पता चला तो उन्होंने ए.के. हंगल को इलाज के लिए 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद की थी। साल 2012 में ए.के. हंगल ने 95 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली।
परवीन बॉबी
1973 में रिलीज हुई फिल्म चरित्र से परवीन बॉबी ने बॉलीवुड में कदम रखा था। अपने 16 साल के फ़िल्मी करियर में एक्ट्रेस ने ‘दीवार’, ‘नमक हलाल’, ‘अमर अकबर एन्थोनी’ जैसी एक से बढ़कर एक हिट फिल्मों में काम किया। रिपोर्ट्स की माने तो एक्ट्रेस सालों से अकेली रह रही थी। उनके साथ कोई भी नहीं था और वो एक साइकोलॉजिकल बीमारी से जूझ रही थीं। 2005 में परवीन बॉबी को उनके ही अपार्टमेंट में मृत पाया गया था। जब उनके शरीर से बदबू आने लगी थी तब पड़ोसियों ने पुलिस को खबर की और परवीन बॉबी के मौत का पता चल पाया।
भारत भूषण
साल 1941 में आई फिल्म ‘चित्रलेखा’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता भारत भूषण ने कई मशहूर फिल्मों में काम किया। अपनी एक्टिंग से कालिदास, तानसेन, कबीर और मिर्जा गालिब जैसे कैरेक्टर्स को नया अंदाज देने वाले मशहूर अभिनेता भारत भूषण का चमकता सितारा इतनी गर्दिश में पड़ गया था कि उन्हें अपना गुजारा चलाने के लिए फिल्मों में छोटे-मोटे रोल तक करने पड़े थे। जुए की लत ने उनसे उनकी शोहरत और दौलत दोनों ही छीन लिए। इस वजह से उन्हें अपने जीवन के आखिरी दिन चॉल में रहकर गुजारने पड़े। साल 1992 में भारत भूषण ने दुनिया को अलविदा कह दिया।