नई दिल्ली। हरियाणवी सिंगर और डांसर सपना चौधरी को आज किसी परिचय की जरूरत नहीं है। उन्होंने अपने बलबूते पर अपनी अलग पहचान बनाई है। आज डांसर के डांस के चर्चे देश के हर कोने में होते हैं। हालांकि इस मुकाम तक पहुंचने के लिए सपना ने कड़ा संघर्ष किया है जिसे आज भी याद कर सपना इमोशनल हो जाती है। सपना ने बहुत छोटी सी उम्र से अपने घर की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली थी और आज तक उस जिम्मेदारी को निभा रही हैं। हाल ही में सपना ने अपने संघर्ष भरे दिनों को याद किया और बताया कि कैसे उन्होंने लोगों की सोच बदली।
किसी लड़की को भगवान न बनाए डांसर
संघर्ष के दिनों को याद कर सपना ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि मैंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए बहुत कुछ सहा है। जब इस काम की शुरुआत की थी तो लोगों ने काफी उल्टा-सीधा सुनाया था। इतना ही नहीं लोगों ने गालियां भी दी थी। लोग गलत नजरों से देखते थे। सोचते थे कि मर्दों के सामने नाचने वाली लड़की सही नहीं हो सकती हैं..लेकिन मैं हमेशा शिद्दत से अपने काम में लगी रही। लोग कहते हैं कि मैं उनके समाज को गंदा कर रही हूं। मैं आज भी भगवान से प्रार्थना करती हूं कि किसी भी लड़की को स्टेज परफॉर्मर न बनाए..क्योंकि जो चीजें मैंने सही हैं…उसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है।
जरूरत के समय रिश्तेदारों ने भी छोड़ दिया था साथ
सपना ने आगे कहा कि हमारे समाज की सोच है कि नाचने वाली लड़की कभी अच्छी नहीं होती है और वो किसी के लिए भी बिछने के लिए तैयार है लेकिन मैंने अपनी मेहनत से इस सोच को बदल डाला है। मैंने लोगों के समझाया कि किसी भी लड़की के लिए उसकी सेल्फ रिस्पेक्ट सबसे ज्यादा जरूरी होती है। उन्होंने बताया कि एक समय ऐसा था कि मेरे रिश्तेदारों ने भी मेरा सपोर्ट करना छोड़ दिया था लेकिन मेरी मां और भाई ने हमेशा मेरा साथ दिया। मुझे लेकर मेरे भाई को बहुत कुछ सुनना पड़ता था लेकिन वो हमेशा एक ही चीज कहता था कि मुझे दुनिया से जानने की जरूरत नहीं है कि मेरी बहन कैसी है। तुम सिर्फ अपने काम पर ध्यान दें और आगे बढ़। बता दें कि सपना अब एक सेलिब्रिटी बन चुकी हैं और एक लाइव डांस शो के वो लाखों रुपये चार्ज करती हैं।