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Shark Tank India: शार्क जजों को भा गई सास-बहू की ये जोड़ी, स्टार्टअप में किया 50 लाख का बड़ा निवेश

Shark Tank India: अपने स्टार्टअप के बारे में बात करते हुए सुरभि ने बताया कि वो पूरा नेचुरल प्रोडक्ट यूज करते हैं। हार्ड पेपर की सहायता से पेन और पेंसिल बनाने का काम किया जाता है। रिफिल के लिए ही बस प्लास्टिक का यूज होता है। इन प्रोडक्ट की मांग भारत के अलावा विदेशों में भी है।

नई दिल्ली। शार्क टैंक इंडिया टीवी का पॉपुलर शो बना हुआ है। शो में लोग अपने आइडिया लेकर आते हैं। अगर लोगों के प्रोजेक्ट शॉकर्स जजों को पसंद आते हैं तो जज उन प्रोजेक्ट में निवेश करते हैं। अभी तक तीनों जज कई प्रोजेक्ट्स में निवेश कर चुके हैं। अब शो में एक सास-बहू की जोड़ी छाई हुई है जिसमें एक सास बहू की जोड़ी ने इको-फ्रेंडली पेंसिल और पेन बनाने का शानदार बिजनेस शुरू किया है। सास-बहू की ये जोड़ी पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पेंसिल और पेन बना रही हैं। सबसे खास बात ये है कि अगर आप  इन पेंसिल और नोटबुक को अगर आप फेक भी देते हैं तो ये आगे जाकर एक पौधा बन जाएगी। शॉकर्स को ये कॉन्सेप्ट काफी पसंद आया और उन्होंने इस आइडिया में 50 लाख रुपये तक निवेश किए हैं।

50 लाख का निवेश कर चुके हैं शार्क जज

आज वुमेन्स डे स्पेशल पर आज हम आपको सास-बहू के स्टार्टअप के बारे में बताते हैं जिसमें वो पर्यावरण को बचाने का काम कर रही हैं। सास चेतना और बहू सुरभि ने खुद का एक स्टार्टअप शुरू किया है जिसमें वो बजट में इको फ्रेंडली प्रोडक्ट बनाती हैं। नए स्टार्टअप के तहत ये दोनों डिस्पोजेबल, स्ट्रॉ, फोर्क और चम्मच, नोटबुक, पेन, पेंसिल बनाने का काम करती हैं। दोनों का लक्ष्य है पृथ्वी को प्लास्टिक से मुक्त करना। इस प्रोडक्ट्स को बनाने के लिए सुरभि ने नागपुर में एक प्रोडक्शन यूनिट भी शुरू किया है। बेसिकली उन्होंने पहले कटलरी प्रोडक्ट्स बनाना शुरू किया था।

पेन से ऐसे बन जाता है पौधा

अपने स्टार्टअप के बारे में बात करते हुए सुरभि ने बताया कि वो पूरा नेचुरल प्रोडक्ट यूज करते हैं। हार्ड पेपर की सहायता से पेन और पेंसिल बनाने का काम किया जाता है। रिफिल के लिए ही बस प्लास्टिक का यूज होता है। इन प्रोडक्ट की मांग भारत के अलावा विदेशों में भी है। भारत में पुणे, बेंगलुरु, मुंबई, इंदौर और नागपुर में प्रोडक्ट की सप्लाई होती है। पेन का ढक्कन जिलेटिन के साथ राई के दानों की सहायता की से बनाया जाता है। जहां इन ढक्कनों को फेंका जाएगा,वहां राई का पौधा उग जाएगा।