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Ajmer 92: सैकड़ों लड़कियों के गैंगरेप- आत्महत्या की कहानी को दिखाता है अजमेर 92 का टीजर, 1 मिनट का वीडियो देख खौल उठेगा खून

Ajmer 92: घटना 1992 की है, जब अजमेर जैसे शहर में लड़कियां अचानक आत्महत्या करने लगी। रोजाना कही न कही से आत्महत्या करने की खबर आने लगी। जांच में पता चला कि फारुख चिश्ती नाम का शख्स लड़कियों को जबरन फॉर्म हाउस पर ले जाता था और उनके साथ गैंगरेप करता था।

नई दिल्ली। 72 हुर्रे के बाद एक और विवाद से भरी फिल्म अजमेर 92 रिलीज होने के लिए तैयार है, हालांकि फिल्म आज रिलीज होने थी लेकिन फिल्म की रिलीज डेट को 21 जुलाई तक के लिए टाल दिया गया है। फिल्म अजमेर में हुए सच्चे रेप हत्याकांड पर बनी है,जिसका ट्रेलर रोंगटे खड़े देगा। कल ही फिल्म का टीजर भी रिलीज हुआ है, जो सोशल मीडिया पर छा गया है। टीजर को देखकर यूजर्स के पुराने जख्म ताजा हो गए हैं और लोग ज्यादा से ज्यादा इस फिल्म को देखने की बात कर रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कि टीजर में क्या खास है और यूजर्स का क्या कहना है।

धमाकेदार है फिल्म का टीजर

अजमेर 92 के रिलीज के साथ ही केस को दोबारा खोलने की भी तैयारी चल रही है,क्योंकि रेप हत्याकांड का मेन आरोपी फारुख चिश्ती मानसिक बीमारी का हवाला देकर रिहा हो चुका है। बात टीजर की करें तो टीजर में हत्याकांड की परत-दर-परत खोली गई है,कि कैसे एक विशेष समुदाय के कुछ लोग लड़कियों की जिंदगियों के साथ खेल खेलते हैं और काम पूरा होने पर हत्या कर देते हैं, या लड़कियों को खुद मरने पर मजबूर कर देते हैं। टीजर देखकर पुराने हत्याकांड की यादें ताजा हो जाती है।


सोशल मीडिया पर यूजर्स डिमांड कर रहे हैं कि फिल्म को जरूर देखा जाए। यूजर्स का कहना है कि वो काफी समय से इंतजार कर रहे थे कि कोई ऐसे सेंसिटिव मुद्दे पर फिल्म बनाए..। अब यूजर्स का इंतजार भी खत्म हो गया है और वो काफी खुश हैं। वहीं कुछ लोगों को कहना है कि जब तक आरोपियों को सजा नहीं मिल जाती है,तब तक फिल्म देखने का क्या फायदा।


क्या है फिल्म की असल कहानी

घटना 1992 की है, जब अजमेर जैसे शहर में लड़कियां अचानक आत्महत्या करने लगी। रोजाना कही न कही से आत्महत्या करने की खबर आने लगी। जांच में पता चला कि फारुख चिश्ती नाम का शख्स लड़कियों को जबरन फॉर्म हाउस पर ले जाता था और उनके साथ गैंगरेप करता था। जांच में ऐसी 100 लड़कियों की पुष्टि हुई, जिनके साथ गैंगरेप हुआ था, हालांकि ये सिर्फ आंकड़ा है, ऐसी कई लड़कियां रही होंगी, जिन्होंने बदनामी से डर से मुंह नहीं खोला..। कहा जाता है कि लड़कियों की संख्या 300 के पार थी। हत्याकांड और गैंगरेप के मुख्य आरोपी चिश्ती फिलहाल जेल से बाहर है। आरोपी ने मानसिक बीमारी का हवाला देकर अपनी उम्रकैद की सजा को 10 साल का करा लिया और अब वो जेल से बाहर है।