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Bawaal: वरुण धवन की फिल्म ‘Bawaal’ पर मच गया बवाल, इस्राइली एंबेसी ने जताई आपत्ति, जानें पूरा मामला

Bawaal: यहूदी लोगों के एक संगठन ने एक ओपन लेटर लिख कर इस फिल्म को ‘प्राइम वीडियो’ से हटाने की मांग की थी। अब इस मुद्दे पर भारत में इस्राइल के राजदूत नाओर गिलोन ने भी प्रतिक्रिया दी है।

नई दिल्ली। वरुण धवन और जान्हवी कपूर की फिल्म ‘बवाल’ ओटीटी प्लेटफार्म प्राइम वीडियो पर रिलीज की जा चुकी है। लेकिन ‘बवाल’ की रिलीज के बाद से ही बवाल मच गया है। जी हां, इस फिल्म को लेकर एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। दरअसल, दर्शकों के एक वर्ग ने फिल्म के उस सीन को लेकर आपत्ति जताई है जो द्वितीय विश्वयुद्ध के समय हुए Auschwitz नरसंहार से प्रेरित था। यहूदी लोगों के एक संगठन ने एक ओपन लेटर लिख कर इस फिल्म को ‘प्राइम वीडियो’ से हटाने की मांग की थी। अब इस मुद्दे पर भारत में इस्राइल के राजदूत नाओर गिलोन ने भी प्रतिक्रिया दी है।

 

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इस्राइल के राजदूत क्या बोले

भारत में इस्राइल के राजदूत नाओर गिलोन ने ट्वीट कर लिखा- ‘मैंने फिल्म ‘बवाल’ नहीं देखी है और देखूंगा भी नहीं। लेकिन जो कुछ भी मैंने पढ़ा है, उसमें शब्दावली और प्रतीकवाद का खराब चयन था। हालांकि हम मानते हैं कि कोई दुर्भावनापूर्ण इरादा नहीं था, इसलिए मैं उन लोगों से आग्रह करता हूं जो प्रलय की भयावहता के बारे में पर्याप्त तरीके से नहीं जानते हैं। उनको चाहिए कि वह इसके बारे में पहले खुद को शिक्षित करें।’

नितेश तिवारी ने कही यह बात

आपको बता दें कि हाल ही में फिल्म के डायरेक्टर नितेश तिवारी ने एक इंटरव्यू के दौरान इस मुद्दे के बारे में चर्चा करते हुए फिल्म पर अपनी राय रखी थी। उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा था- ‘Auschwitz सीक्वेंस को जिस तरह से लोगों ने देखा वो निराशजनक है। किसी भी तरह से असंवेदनशील होना हमारा मकसद था ही नहीं।

 

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क्या हमने ये नहीं देखा कि अज्जू और निशा ने Auschwitz में जो कुछ देखा है, उससे पूरी तरह परेशान और प्रभावित हो जाते हैं? वे कैदियों को देखते हैं, वे देखते हैं कि उन्हें कैसे ढेर कर दिया गया, उन्होंने देखा हैं कि उन्हें कैसे खत्म कर दिया गया। क्या वे इसके प्रति असंवेदनशील हैं? नहीं, उनकी आंखों में आंसू आ गए।’