newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

West Bengal Violence: बंगाल में पंचायत चुनाव के दिन हिंसा में 16 लोगों ने गंवाई जान, बीएसएफ अफसर ने राज्य निर्वाचन आयोग को घेरा

पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान सबसे ज्यादा हिंसा और गड़बड़ी कूचबिहार और मुर्शिदाबाद जिलों में हुई। अन्य जगह भी उत्पात हुआ। कई जगह बैलेट पेपर फाड़े गए, बैलेट बॉक्स में आग लगा दी गई और उनको तालाबों में फेंका गया। एक जगह तो युवक बैलेट बॉक्स लेकर भागता नजर आया था। फायरिंग और बमबाजी भी हुई थी।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में शनिवार को पंचायत चुनाव के दौरान जमकर हिंसा हुई। शुक्रवार रात से लेकर शनिवार को वोटिंग खत्म होने तक 16 लोगों को जान गंवानी पड़ी। इनमें सत्तारूढ़ टीएमसी, कांग्रेस, सीपीएम और बीजेपी के समर्थक हैं। इससे पहले पंचायत चुनाव कार्यक्रम के एलान के बाद 18 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा के बाद राज्य में भेजे गए केंद्रीय बल के नोडल बीएसएफ के अफसर ने राज्य चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है। बीएसएफ के अफसर ने आरोप लगाया है कि संवेदनशील बूथ पर केंद्रीय बलों की तैनाती ही नहीं की गई। इस चिट्ठी से राज्य चुनाव आयोग घिरता दिख रहा है। विपक्षी बीजेपी के नेता चुनाव आयोग और ममता बनर्जी की सरकार पर हिंसा कराने का आरोप लगा रहे हैं। बीजेपी का तो ये भी आरोप है कि राज्य के चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा ने ममता के साथ मिलकर ये सबकुछ होने दिया।

sukant majumdar bjp wb

बीजेपी के राज्य अध्यक्ष सुकांत मजुमदार और राज्य विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने केंद्र सरकार और गृहमंत्री अमित शाह को पूरी जानकारी भेजी है। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार चुनाव में हिंसा को देखते हुए बंगाल के बारे में कोई कड़ा फैसला कर सकती है। अगर केंद्र ने अनुच्छेद 355 के तहत भी कार्रवाई की, तो इससे बीजेपी और ममता बनर्जी की टीएमसी के बीच रिश्ते और टकराव भरे हो सकते हैं। अनुच्छेद 355 के तहत केंद्र सरकार किसी भी राज्य की कानून और व्यवस्था अपने हाथ ले सकती है। वहीं, 356 के तहत राज्य सरकार को बर्खास्त भी किया जा सकता है। हालांकि, बीजेपी ने कहा है कि वो इस हिंसा का लोकतांत्रिक तरीके से सामना करेगी। ऐसे में 356 लगाने के आसार बंगाल में नहीं दिख रहे हैं।

rajiva sinha
पश्चिम बंगाल के राज्य निर्वाचन आयुक्त राजीव सिन्हा।

दूसरी तरफ, राज्य निर्वाचन आयुक्त राजीव सिन्हा ने पत्रकारों से बताया कि चुनाव के दिन हिंसा में सिर्फ 3 लोगों के ही मारे जाने की आधिकारिक जानकारी है। उन्होंने कहा कि 9 जुलाई को हिंसा वाले इलाकों में फिर से वोटिंग कराने के बारे में वो फैसले की जानकारी देंगे। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान सबसे ज्यादा हिंसा और गड़बड़ी कूचबिहार और मुर्शिदाबाद जिलों में हुई। अन्य जगह भी उत्पात हुआ। कई जगह बैलेट पेपर फाड़े गए, बैलेट बॉक्स में आग लगा दी गई और उनको तालाबों में फेंका गया। एक जगह तो युवक बैलेट बॉक्स लेकर भागता नजर आया था। वहीं, गोली चलाते और बम फेंकते हुए भी बदमाश वीडियो में कैद हुए थे।